सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 April, 2020 12:35 PM IST

कोरोना के कारण एक तरफ जहां किसान फसलों की बिक्री न होने के कारण परेशान हैं, वहीं अचानक आई बरसात ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है. शनिवार दोपहर तक गर्मी रही, लेकिन शाम को मौसम अचानक बदल गया और कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ बरसात होने लगी.

बरसात के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ. कई क्षेत्रों में रातभर बिजली गुल रही. जोधपुर में कई किसानों के खेतों में रखे फसलों को तूफान-बवंडर का सामना करना पड़ा. तेज आंधी के कारण जगह-जगह काट कर एकत्रित किए गए फसल हवा में उड़ गए और जो बचे वो अधिकतर बारिश से भीग गए. राजस्थान के अधिकांश जिलों में एक से दो घंटों तक बारिश और अंधड़ का दौर चलता रहा.

पहाड़ों पर शुरू हुई बर्फबारी

बता दें कि पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू होने के कारण उत्तर भारत कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदल गया है. दिल्ली-एनसीआर के कई क्षेत्रों में तो बारिश और ओलावृष्टि भी देखने को मिली. इस समय उत्तराखंड में पारा गिरा हुआ है, वहीं हिमाचल में भी मौसम ठंडा हो गया है. जिस कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है.

सोमवार तक फिर बारिश के आसार

मौसम विभाग के अनुसार सोमवार तक उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में फिर से बारिश की संभावना है. हरियाणा-पंजाब में भी हल्की धूप खिलने के बाद बरसात हो सकती है, ऐसे में किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है. सेब की खेती करने वाले की किसानों को ठंड के कारण सेटिंग में दिक्कत आ सकती है, वहीं गेहूं किसानों को भारी नुकसान हो सकता है.

क्या है किसानों की समस्या

तेज बरसात के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है. अधिकतर किसानों की उपज खेतों में खुले में रखी हुई है. ऐसे में अचानक मौसम के बदलने से फसलों को सुरक्षित रखने का कोई उपाय उन्हें समझ नहीं आ रहा है. लॉकडाउन के कारण मंडियों में भी बिक्री न के समान ही हो रही है.

English Summary: heavy loss of wheat crops due to rain know more about it
Published on: 19 April 2020, 12:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now