गर्मी के बढ़ते प्रकोप और तेज हवा के चलते बिहार के विभिन्न जिलों में खड़ी फसलों में आगलगी की घटनाएं सामने आ रही हैं. सचिव कृषि संजय कुमार अग्रवाल ने किसानों को सचेत रहने और फसलों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने पंचायत स्तर के पदाधिकारियों और प्रसार कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि किसानों को आगलगी से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करें और सम्मिलित प्रयास करें.
गर्मी और तेज हवा से बढ़ रहा आगलगी का खतरा
सचिव कृषि ने बताया कि बढ़ते तापमान और तेज हवा के कारण खड़ी फसलों में आगलगी की घटनाएं हो रही हैं. कहीं-कहीं बिजली के तारों से निकली चिंगारी तो कहीं फसल कटाई के लिए उपयोग किए जा रहे बड़े कृषि यंत्रों, विशेषकर कंबाइन हार्वेस्टर में घर्षण से उत्पन्न चिंगारी, फसलों को नुकसान पहुंचा रही है.
किसानों को दी गई महत्वपूर्ण सलाह
सचिव कृषि संजय कुमार अग्रवाल ने किसानों को सुझाव दिया कि यदि गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है तो उसे जल्द से जल्द काट लें. कटाई में देरी होने पर खेतों के आसपास गड्ढों में पानी और बालू की व्यवस्था करें ताकि किसी भी आपात स्थिति में आग बुझाई जा सके. साथ ही, कटाई में प्रयोग किए जाने वाले यंत्रों की नियमित जांच और सफाई करें ताकि घर्षण से आग लगने की संभावना न हो.
उन्होंने यह भी कहा कि खेतों और खलिहानों के आसपास सूखे घास-फूस के ढेर न लगने दें, क्योंकि यह आग को बढ़ावा दे सकते हैं. जिन खलिहानों के ऊपर से हाई वोल्टेज बिजली के तार गुजर रहे हैं, उनके नीचे कटी हुई फसल न रखें. अगर शॉर्ट सर्किट से आग लगती है तो तुरंत स्थानीय विद्युत विभाग और थाना को सूचित करें.
फसल अवशेष जलाने पर प्रतिबंध
सचिव कृषि ने किसानों से अपील की कि वे खेत में बचे फसल अवशेषों को न जलाएं और न ही किसी को जलाने दें. इसके अलावा, खेतों के आसपास अधजली बीड़ी या सिगरेट न छोड़ें, क्योंकि इससे आग फैलने की संभावना होती है.
फसल क्षति पर सहायता अनुदान की व्यवस्था
कृषि विभाग ने बताया कि यदि किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होती है और नुकसान 33 प्रतिशत या उससे अधिक होता है, तो आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सहायता राशि प्रदान की जाएगी. वर्षा आधारित फसल क्षेत्र के लिए 8,500 रुपये प्रति हेक्टेयर और सुनिश्चित सिंचाई वाले क्षेत्रों के लिए 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
अधिकारी करेंगे मौके का निरीक्षण
सचिव कृषि विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि यदि किसी क्षेत्र में फसल में आग लगने की सूचना मिलती है, तो वहां के कृषि समन्वयक और प्रखंड कृषि पदाधिकारी तत्काल स्थल का निरीक्षण करें. इसके बाद वे अंचल अधिकारी को सूचित करें ताकि आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से किसानों को राहत पहुंचाई जा सके.
सरकार द्वारा जागरूकता अभियान
राज्य सरकार और कृषि विभाग लगातार किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहे हैं, ताकि वे आगलगी जैसी आपदाओं से बचाव कर सकें. किसानों को सुरक्षा उपायों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करना चाहिए.