PMFBY: 35 लाख किसानों को मिली बड़ी राहत, 3900 करोड़ की पहली फसल बीमा किस्त जारी दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत देशभर में 16 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट, जानें अपने शहर के मौसम का हाल खुशखबरी! डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख तक का मिलेगा लोन और अनुदान, जानें राज्य सरकार का पूरा प्लान किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 28 June, 2022 3:45 PM IST
Fruit Farming Subsidy in Haryana

आज़ादी का अमृत महोत्सव (AKAM) के चलते हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ी पहल की है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विशेष रूप से राज्य में  धान (Paddy) के स्थान पर फलों के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी (Fruit Farming Subsidy) देने का ऐलान कर दिया है.

फल किसानों को 50 प्रतिशत तक मिलेगा अनुदान

सरकार ने फलों के बाग को चार श्रेणियों में बांटा हुआ है, जिसके अंतर्गत किसानों को तीन सालों में तीन बार अनुदान मिल सकेगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसान इसका लाभ अधिकतम 10 एकड़ तक के लिए ले सकते हैं.

ध्यान रहे कि किसानों को इसका लाभ उठाने से पहले उन्हें मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल (Meri Fasal, Mera Byora) पर पंजीकरण करना होगा. जिसके बाद आप नीचे दी गई टेबल में मुताबिक अपने हिसाब से इस योजना के लिए hortnet.gov.in पर आवेदन करना होगा.     

श्रेणी

बाग का प्रकार

लागत इकाई प्रति

अनुदान प्रति एकड़ ()

 

1

 

सामान्य दूरी वाले बागों के लिए (6 मी0x7 मी0 एवं अधिक) बेर, चीकू, लीची, आंवला, आडू एवं नाशपाती आदि फलों के लिए।

 

प्रति एकड़ लगभग 95 पौधे।

 

65,000/-

 

कुल अनुदान 32,500/(लागत का 50%)

 

प्रथम वर्ष-19,500/-

द्वितीय वर्ष-6500/-

तृतीय वर्ष-6500/-

 

2

 

सघन बागों के लिए (6 मी0 x 6 मी0 एवं इससे कम)

आम, अमरुद, नींबू वर्गीय, अनार, आडू, अलूचा, नाशपाती, अंगूर, पपीता एवं ड्रैगन फ्रूट आदि फलों के लिए।

 

प्रति एकड़ लगभग 111 एवं इससे अधिक पौधे।

 

1,00,000/-

 

कुल अनुदान 50,000/(लागत का 50%)

 

प्रथम वर्ष-30,000/-

द्वितीय वर्ष-10,000/-

तृतीय वर्ष-10,000/-

 

3

 

टिशु कल्चर खजूर (8 मी0x8 मी० व इससे अधिक) प्रति एकड़ लगभग 63 पौधे।

 

2,00,000/-

 

कुल अनुदान 1,40,000/(लागत का 50%)

 

प्रथम वर्ष-84,000/-

द्वितीय वर्ष-28,000/-तृतीय वर्ष-28,000/-

 

4

 

Trellising System/पौधा जाल प्रणाली (मुख्यतः अनार, ड्रैगन फूट, अमरुद, अंगूर इत्यादि बागों के लिए)

 

1,40,000/-

 

कुल अनुदान 70,000/(लागत का 50%) एक मुश्त अनुदान

योजना का लाभ उठाने के लिए जरूरी बातें

एक किसान अधिकतम 10 एकड़ क्षेत्र में अनुदान प्राप्त कर सकता है.

आवेदन हेतू hortnet.gov.in पोर्टल पर जाएं. 

अनुदान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगा. 

मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण अनिवार्य है.

सूक्ष्म सिंचाई/ड्रिप सिंचाई प्रणाली का लाभ लेने के लिए http://micada.haryana.gov.in पर भी आवेदन कर सकते हैं. 

अधिक जानकारी के लिए संबंधित जिला उद्यान अधिकारी से सम्पर्क करें.

टोल फ्री नम्बर

1800-180-2021

उद्यान विभाग हरियाणा

उद्यान विभाग , सैक्टर -21, पंचकूला -134112

वेबसाइट

www-hortharyana-gov-in

-मेल

horticulture@hry.nic.in

English Summary: Haryana giving direct subsidy of 50 percent to farmers for planting fruits
Published on: 28 June 2022, 03:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now