Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 February, 2025 12:40 PM IST
हरियाणा में बढ़ते तापमान से रबी फसलों पर खतरा, सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा के किसानों के लिए मौसम एक नई चुनौती लेकर आया है. राज्य में लगातार बढ़ रहे तापमान से रबी सीजन की प्रमुख फसलें प्रभावित हो सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी के अंत तक दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे गेहूं, सरसों, जौं और आलू जैसी फसलों पर बुरा असर पड़ सकता है.

ऐसे में कृषि विशेषज्ञों ने राज्य के किसानों के लिए बढ़ते तापमान के चलते जरूरी सलाह जारी की है. ताकि कृषक समय रहते अपनी फसलों की सुरक्षा कर सके.

मौसम में बदलाव का असर

हरियाणा में इन दिनों दिन का तापमान बढ़ रहा है, जबकि रात में हल्की ठंड बनी हुई है. शुक्रवार को रोहतक प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा. 12 फरवरी के बाद उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट आ सकती है, लेकिन दिन में तेज धूप फसलों के लिए चिंता का कारण बन रही है.

इन फसलों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

  • गेहूं: गेहूं की फसल को ठंडे मौसम की जरूरत होती है. ज्यादा गर्मी से इसके दाने छोटे रह सकते हैं, जिससे उत्पादन घट सकता है.
  • सरसों: तापमान बढ़ने से सरसों की फलियां जल्दी पक सकती हैं, जिससे दाने कमजोर हो सकते हैं.
  • आलू: आलू की अच्छी पैदावार के लिए ठंडा मौसम जरूरी होता है. बढ़ता तापमान फसल की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है.
  • जौं: अधिक तापमान से जौं की बालियों का विकास प्रभावित हो सकता है, जिससे उत्पादन में गिरावट आ सकती है.

किसानों के लिए जरूरी सलाह

मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

  • सिंचाई करते समय तापमान का ध्यान रखें और फसलों को अधिक पानी देने से बचें.
  • खेतों में नमी बनाए रखने के लिए जैविक मल्चिंग का उपयोग करें.
  • सरसों और गेहूं की फसलों को समय से पहले पकने से बचाने के लिए उचित पोषक तत्वों का छिड़काव करें.
  • मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर कृषि विशेषज्ञों से सलाह लें.

ये भी पढ़ें: ICAR के उप महानिदेशक बने डॉ. राजबीर सिंह, कृषि क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा

अगर तापमान इसी तरह बढ़ता रहा तो हरियाणा के किसानों को इस बार फसल नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में किसानों को सतर्क रहना होगा और वैज्ञानिक तरीकों से फसलों की देखभाल करनी होगी ताकि उत्पादन पर कम से कम असर पड़े.

English Summary: Haryana farmers threats to wheat mustard potato crops due to rising temperatures latest Krishi news
Published on: 14 February 2025, 12:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now