हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राज्य में कृषि को बढ़ावा देने के लिए नई फसल की किस्मों में विकास और आविष्कारों के साथ एक और कृषि क्रांति की शुरुआत करने का समय आ गया है.
मुख्यमंत्री ने हरियाणा कृषि विकास मेला में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) और महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय (एमएचयू) सहित वैज्ञानिकों और अनुसंधान संस्थानों को मिलकर कृषि क्षेत्र में अनुसंधान के लिए कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम इन विश्वविद्यालयों को शोध कार्य के लिए हर संभव प्रोत्साहन और सहयोग देने के लिए तैयार हैं. ऐसे अच्छे कार्यों से न केवल कृषि लागत में कमी सुनिश्चित होगी, बल्कि उपज की गुणवत्ता में भी सुधार होगा, जो किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
मुख्मंत्री ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं. सरकार ने एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का गठन किया है और हमने महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से मालवाहक उड़ानें शुरू करने की पहल की है, ताकि राज्य के किसानों द्वारा उगाए गए ताजे फल और सब्जियां अरब देशों को निर्यात की जा सकें.
उन्होंने कहा कि आज रसायनों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से खाद्यान्न की गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हुई है. प्राकृतिक खेती को अपनाना समय की मांग है और राज्य सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की सब्सिडी दे रही है.
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