कृषि जागरण की पूरी टीम इन दिनों आजादी के 75वीं वर्षगांठ के लिए जारी #HarGharTiranga अभियान में जोरो-शोरों से भाग ले रहा है. इसी कड़ी में कृषि जागरण में भारतीय कृषि के साइकिल मैन नीरज कुमार प्रजापति ने शिरकत की. इस दौरान कृषि जागरण की टीम ने #HarGharTiranga अभियान का संदेश दिया. बता दें कि कृषि जागरण द्वारा कृषि क्षेत्र में अहम योगदान देने वाली प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया जाता है.
कौन है नीरज कुमार प्रजापति?
नीरज कुमार प्रजापति एक जानी-मानी हस्ती हैं, जो साइकिल से अभी तक 44,817 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं. इसलिए उन्हें "Bicycle Man of Indian Agriculture" के रूप में भी जाना जाता है. दरअसल, नीरज कुमार प्रजापति का मकसद देश के कोने-कोने तक साइकिल से 111,111 किलोमीटर की दूरी तय कर किसानों को जागरूक करना है. साथ ही गांव-गांव के किसानों को जैविक खेती के लाभों के बारे में शिक्षित करना भी है. हरियाणा के सोनीपत के गोहाना ब्लॉक से इंजीनियरिंग ड्रॉप-आउट नीरज कुमार प्रजापति अभी तक कई गांवों के किसानों की समस्या को सुलझा चुके हैं और उनकी दिक्कतों को कृषि से संबंधित सरकारी संस्थाओं तक पहुंचा चुके हैं.
Bicycle Man का कृषि जागरण में किया गया स्वागत
KJ Chaupal में शामिल हुए साइकिल मैन नीरज कुमार प्रजापति का कृषि जागरण एंड एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एमसी डोमिनिक ने स्वागत किया. इस दौरान उन्हें एक हरे पौधे का गमला भेंट कर स्वागत किया गया.
इस मौके पर कृषि जागरण के संस्थापक एमसी डोमिनिक ने यह सुनिश्चित किया कि हम उनकी यात्रा को कवर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कृषि जागरण हर उस इंसान और संस्था के लिए समर्पित है, जो किसानों के लिए जागरूकता फैलाने का काम करते हैं. कृषि जागरण की पूरी टीम ने उन्हें उनके साइकिल यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं.
नीरज कुमार प्रजापती ने कृषि जागरण का किया धन्यवाद
भारतीय कृषि के साइकिल मैन नीरज कुमार प्रजापति ने कृषि जागरण का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि कृषि जागरण ने हमेशा उनका समर्थन किया है. उन्होंने कृषि जागरण की टीम से बात करते हुए कहा कि मैं 45,000 किलोमीटर का आंकड़ा पार करने वाला हूं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "यह उचित समय है जब हमें युवा और आने वाले किसानों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. खासकर उन सभी पर जिन्होंने हाल ही में खेतों में काम करना शुरू किया है. युवा किसानों को सही तकनीकों से अवगत कराया जाना चाहिए, ताकि वे कृषि में काम करना जारी रखने के लिए प्रेरित महसूस करें.