Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 1 March, 2023 11:41 AM IST
गुजरात में प्याज की गिरी कीमतें

Gujarat: गुजरात में, भावनगर, राजकोट और सुरेंद्रनगर जिलों में प्रमुख रूप से प्याज उगाया जाता है. बाजार में प्याज की कीमतें गिरने से गुजरात के किसानों की दिक्कतें बढ़ गईं हैं. किसान भाई अपनी उपज को खुले खेतों में फेंकने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

राज्य कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 में गुजरात में प्याज की कुल खेती 67,736 हेक्टेयर थी, जो 2021-22 में बढ़कर 99,413 हेक्टेयर हो गई. भावनगर जिले में 34,000 हेक्टेयर में प्याज की खेती की गई थी, जो अगले वर्ष 34,366 हेक्टेयर में की गई है. इस बम्पर उत्पादन के कारण बाजार में प्याज की कीमतें लगभग ₹5-7 प्रति किलोग्राम तक गिर गईं हैं.

महुवा कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के प्रमुख घनश्यामभाई पटेल ने बताया कि 20 किलोग्राम प्याज का उत्पादन करने के लिए 220 रुपये खर्च किए जाते हैं और इसके मुकाबले एक किसान को औसतन 150 रुपये मिलते हैं. इस हिसाब से एक किसान को प्रति 20 किलोग्राम उत्पादन में 70 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसानों का प्रति एकड़ नुकसान लगभग 50,000 रुपए से 1 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर हो रहा है.

सीएमओ के एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों की मदद के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में विधायकों और अन्य लोगों को आश्वासन दिया है, हालांकि अभी तक राज्य द्वारा समर्थन मूल्य की घोषणा नहीं की गई है. पिछले साल राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्याज किसानों के लिए 100 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी.

इस दौरान भावनगर और राजकोट के स्थानीय नेता और विधायकों ने राज्य के अधिकारियों से प्याज किसानों के लिए एक पैकेज और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की घोषणा करने का आग्रह किया है. ताकि कम से कम उनके नुकसान की भरपाई की जा सके.

ये भी पढ़ेंः प्याज की फसल में खरपतवार को नियंत्रित कैसे करें?

इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भावनगर और गुजरात के अन्य हिस्सों में प्याज उगाने वाले किसान बहुत संकट में हैं. उन्हें एक किलो प्याज के लिए मुश्किल से 2 रुपये मिल रहे हैं. वह केंद्र और गुजरात सरकार दोनों से प्याज के लिए तुरंत एमएसपी की घोषणा करने की आग्रह करते हैं.

English Summary: Gujarat onion farmers weep over low prices
Published on: 01 March 2023, 11:49 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now