किसानों के लिए सुनहरा मौका! पक्के थ्रेसिंग फ्लोर बनाने पर राज्य सरकार दे रही 50% अनुदान, ऐसे करें आवेदन मॉनसून में अरहर की ये 5 किस्में हैं किसानों के लिए वरदान, कम समय में देगी 1 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन Mini Tractor: दुनिया की सबसे मिनी ट्रैक्टर, जो स्मार्ट खेती के लिए है परफेक्ट, जानें फीचर्स किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 May, 2025 10:23 AM IST
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, में नव नियुक्त फैकल्टी सदस्यों के लिए एक महीने के फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम, "गुरु दक्षता," का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य फैकल्टी में कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. आर.सी. अग्रवाल, उप महानिदेशक (शिक्षा), आईसीएआर, नई दिल्ली ने उच्च शिक्षा संस्थानों में संकाय सदस्यों के लिए क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की रीढ़ अच्छी मानवशक्ति होती है. डॉ. अग्रवाल ने संकाय सदस्यों से आग्रह किया कि वे शिक्षण के प्रति सहानुभूति के साथ दृष्टिकोण अपनाएं और छात्रों को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करें. 

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. आर.के. मित्तल, पूर्व कुलपति, आरएयू, पूसा ने नव नियुक्त संकाय सदस्यों को बधाई दी और कहा कि विश्वविद्यालय का झंडा अब उनके हाथों में है. डॉ. मित्तल ने उन्हें विश्वविद्यालय को एक विश्व स्तरीय वैश्विक संस्थान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया.

डॉ. पुन्यव्रत सुविमलेंदु पांडे, कुलपति, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संकाय सदस्यों की नियुक्ति में शामिल कठोर चयन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला. उन्होंने जोर दिया कि विश्वविद्यालय ने देश भर से प्रतिभाशाली दिमागों का चयन किया है और गुरु दक्षता कार्यक्रम उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में 22 राज्यों के 89 संकाय सदस्य भाग ले रहे हैं, जो विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय एकता और विविधता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उल्लेखनीय है कि भाग लेने वाले संकाय सदस्यों में से 39 महिलाएं हैं, जो विश्वविद्यालय के लिंग समावेश पर जोर को दर्शाता है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि गुरु दक्षता कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों को उनके संबंधित क्षेत्रों में नवीनतम ज्ञान और कौशल से लैस करना है. विशेषज्ञों के साथ व्याख्यान और बातचीत मूल्यवान अंतर्दृष्टि और अनुभव प्रदान करेगी, जिससे संकाय सदस्य अपनी भूमिकाओं में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगे.

फैकल्टी इंडक्शन कोर्स के निदेशक डॉ. रामदत्त ने कहा कि विश्वविद्यालय को विश्वास है कि यह कार्यक्रम संकाय सदस्यों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा और अंततः छात्रों और कृषि समुदाय को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करेगा. कुल मिलाकर, गुरु दक्षता कार्यक्रम डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर में क्षमता निर्माण और संकाय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

इस कार्यक्रम में शैक्षणिक, अनुसंधान और उद्योग के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा 87 व्याख्यान दिए जाएंगे, जिनमें शिक्षा शास्त्र, अनुसंधान, बौद्धिक संपदा अधिकार, कॉपीराइट, प्रशासन, वित्त और अन्य विषयों को शामिल किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, संकाय सदस्य कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) और अनुसंधान केंद्रों का दौरा करेंगे ताकि उनके कामकाज का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया जा सके. कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ अंजनी कुमारी ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ ऋतंभरा ने किया. कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रसार डॉ मयंक राय, डीन बेसिक साइंस डॉ अमरेश चंद्रा , डीन इंजीनियरिंग डॉक्टर राम सुरेश वर्मा, डीन कम्युनिटी साइंस डॉ उषा सिंह, निदेशक शिक्षा डा उमाकांत बेहरा, पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ राकेश मणि शर्मा, डॉ शिवपूजन सिंह समेत विभिन्न शिक्षक एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे.

रिपोर्ट: रामजी कुमार, एफटीजे, समस्तीपुर, बिहार

English Summary: Grand inauguration ceremony of Guru Dakshata month-long Faculty Induction Program for newly appointed faculty members was organized
Published on: 14 May 2025, 10:26 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now