एड्रियाटिक सागर के किनारे बसा मोंटेनेग्रो, जिसे "मेडिटेरेनियन का मोती" कहा जाता है, आज शाम नई दिल्ली के अशोक होटल कन्वेंशन हॉल में अपने राष्ट्रीय दिवस का उत्सव भव्य तरीके से मनाएगा. यह देश अपनी सुंदर प्राकृतिक छटाओं, बुडवा के तटों और यूनेस्को में शामिल कोटर की खाड़ी के लिए जाना जाता है. आज का यह आयोजन मोंटेनेग्रो की सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन को सम्मान देने के लिए किया जाएगा.
इस अवसर पर डॉ. जेनिस दरबारी की मोंटेनेग्रो के भारत में मानद कौंसल जनरल के रूप में 17 वर्षों की सेवाओं का विशेष सम्मान किया जाएगा. उन्हें एक ऐसे राजनयिक के रूप में सराहा जाएगा जिन्होंने विश्व में शांति और प्रेम को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाई है.
कार्यक्रम में मोंटेनेग्रो के अनुभवी शेफ और आईटीडीसी के प्रसिद्ध भारतीय शेफ मिलकर एक सांझा पाक कला प्रस्तुति देंगे, जिसमें दोनों देशों के पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे.
डॉ. जेनिस दरबारी एक प्रतिष्ठित राजनयिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके नाना जगदीश्वर निगम, जो ब्रिटिश शासन काल के 1923 बैच के ICS अधिकारी थे, को भी कार्यक्रम में याद किया जाएगा. उन्होंने 19 अगस्त 1942 को बलिया के जिलाधिकारी रहते हुए अंग्रेजी शासन के खिलाफ साहसिक कदम उठाते हुए पुलिस अधीक्षक को शस्त्र पुलिस लाइन में जमा करने का आदेश दिया था. इस ऐतिहासिक घटना को भारत की स्वतंत्रता की दिशा में एक मजबूत पहल के रूप में देखा गया था.
डॉ. दरबारी के उल्लेखनीय कूटनीतिक योगदान को आज शाम कार्यक्रम में प्रस्तुत किया जाएगा. उन्होंने 1994 में मैसिडोनिया (FYROM) के विशेष दूत के रूप में भारत में राजनयिक संबंधों की स्थापना की थी. उनके पिता शत्रुघ्न स्वरूप दरबारी 1954 में भारत के संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं.
डॉ. दरबारी ने असम समझौते से लेकर श्रम मंत्रालय में बाल श्रम और पुनर्वास पर, तथा पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत बांस नीति जैसे कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रयासों में भूमिका निभाई है.
वे ओडिसी नृत्यांगना, सामाजिक कार्यकर्ता और एक मीडिया शख्सियत भी हैं. उन्होंने उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं और "माई इंडिया" डॉक्यूमेंट्री का निर्माण किया है. उनके लेखन कार्य में शामिल हैं – "इंदिरा गांधी: 1028 डेज़", "कॉमनवेल्थ एंड नेहरू" और "श्रीमंत शंकरदेव: द लिविंग लीजेंड".
भारत और मोंटेनेग्रो के बीच खेल और सांस्कृतिक सहयोग को लेकर भी जानकारी साझा की जाएगी. हाल ही में शिवांग ध्यानी द्वारा शुरू किया गया युवा ट्रैकिंग एक्सचेंज प्रोग्राम विशेष रूप से चर्चा में रहेगा.
डॉ. जेनिस दरबारी और उनकी बहन डॉ. राज दरबारी आज शाम इस मंच पर अपनी आगामी फिल्म "द एडमिनिस्ट्रेटर" की भी जानकारी देंगी, जो ब्रिटिश शासन और भारतीय लोकतांत्रिक चेतना के संघर्ष पर आधारित है. यह फिल्म प्रधानमंत्री एटली और श्री जगदीश्वर निगम के दृष्टिकोण को दर्शाएगी.
इस फिल्म पर आधारित पुस्तक "द एडमिनिस्ट्रेटर", जिसे शीला दरबारी, राज दरबारी और जेनिस दरबारी ने मिलकर लिखा है, भारत सरकार के सांस्कृतिक पोर्टल "आजादी का अमृत महोत्सव" पर भी प्रदर्शित की गई है.
डॉ. जेनिस दरबारी का कार्य आज के कार्यक्रम के माध्यम से फिर एक बार वैश्विक सद्भाव, शांति और संस्कृति के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा.