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Updated on: 14 September, 2021 7:17 PM IST
Indian Farmer

आगामी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी की नहीं? यह तो फिलहाल भविष्यगत प्रश्न है, लेकिन उससे पहले सरकार की तरफ से एक आंकड़ा जारी किया गया है, जिसमें यह बताया गया है कि वर्तमान में किसान भाइयों की आय क्या है? किन राज्यों के किसानों की क्या स्थिति है, तो वहीं दूसरी तरफ किन राज्यों के किसानों को आर्थिक बदहाली का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं, सरकार द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों से यह साफ जाहिर होता है कि आखिर केंद्र सरकार किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में क्या कुछ प्रयास कर रही है. बहरहाल, हम किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में सरकार की कार्यशैली पर भी बात करेंगे, लेकिन उससे पहले आइए जरा एक नजर सरकार द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों पर डालते हैं-

नेशनल सेंपल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में भारत में सबसे कम आय अर्जित करने वाले झारखंड के किसान हैं. वहीं, सर्वाधिक आय अर्जित करने वाले मेघालय के किसान हैं. हालांकि, पहले इस फेहरिस्त में पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी जगह बनाया करते थे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इन राज्यों के किसान की स्थिति अब दुरूह हो रही है, बल्कि उनकी स्थिति लगातार दुरूस्त बनी हुई है, लेकिन इस बात को भी सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता है कि आज भी देश के सबसे अधिक आय अर्जित करने वाले किसानों की फेहरिस्त में पंजाब और हरियाणा के किसानों ने ही अपनी जगह बनाई हुई है.

इन आंकड़ों से यह भी जाहिर होता है कि सरकार किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में सरकार क्या कुछ कदम उठा रही है. उक्त रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय के किसानों की मासिक आय 29,348 रूपए है. पंजाब के किसानों की मासिक आय 26,701 रूपए है. वहीं, हरियाणा के किसानों की मासिक आय 26,701 रूपए है. वहीं, सरकारी  फेहरिस्त में अंडमान एवं निकोबर द्वीप समूह के किसानों को शामिल नहीं किया गया है.

वहीं, इसके अलावा इन आंकड़ों से यह बात भी जाहिर हुई है कि किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में पशुपालन का भी अहम योगदान रहा है. किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में पशुपालन का 3 प्रतिशत तक योगदान रहा है. इन आंकड़ों से यह साफ जाहिर होता है कि किसानों की आय में  लगातार इजाफे का सिलसिला जारी है. वहीं, सरकार भी किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में लगातार विभिन्न प्रकार की योजनाएं लेकर आ रही है, ताकि किसान आत्मनिर्भर हो सकें.

अब ऐसे में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का किसानों की आय पर क्या कुछ असर पड़ता है? क्या किसानों की आय लगातार इसी तरह आगामी 2022 तक दोगुनी हो पाती है या नहीं, यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.

वहीं, आगामी दिनों में कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसके अलावा आगामी 2024 होने वाले लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसी स्थिति में अगर किसानों की आय 2022 तक बिना किसी बाधा से दोगुनी हो जाती है तो इसमें कोई दोमत नहीं है कि इसका सियासी फायदा उन्हें आगामी चुनावों मिलना तय है.

खैर, अपनी जीत सुनिश्चित करने हेतु केंद्र सरकार अभी से जोतोड़ मेहनत कर रही है. उधर, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पुहले जारी हुए इन आंकड़ों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. बीते दिनों जिस तरह से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गन्ना किसानों की बदहाली को ध्यान में रखते हुए एफएपी को बढ़ाने का फैसला किया था. अब ऐसे में सरकार की इन कोशिशों का क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा. तब तक के लिए आप कृषि जगत से जुड़ी हर बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए... कृषि जागरण.कॉम  

 

English Summary: Govt issued data regarded to farmer income
Published on: 14 September 2021, 07:21 PM IST

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