LPG Price Cut: 1 अगस्त से एलपीजी सिलेंडर हुआ सस्ता, जानें अपने शहर में गैस के नए रेट बिहार में APEDA का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से केला, पपीता एवं अन्य फल उत्पादक किसानों को मिलेगा सीधा लाभ देशभर में मौसम का मिजाज बदला, दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 April, 2019 4:10 PM IST

सरकार समय-समय पर किसानों की आय बढ़ाने के लिए  नई-नई स्कीम जैसे  कर्जमाफी, कृषि यंत्रो और उर्वरक पर सब्सिडी, क्रेडिट कार्ड, स्वाइल हेल्थ कार्ड, एमएसपी में वृद्धि आदि  लाती रहती है, अब इसी कड़ी में बिहार सरकार राज्य के किसानों को पशुपालन में बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिले में एक पशु विज्ञान केंद्र खोलने के तैयारी में है. सरकार का मानना है ऐसा करने से गरीब पशुपालकों को काफी लाभ होगा और साथ ही उन्हें इस क्षेत्र में नई-नई तकनीक से अवगत होने का मौका भी मिलेगा. इस बात की जानकारी रविवार को पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने  वेटनरी कॉलेज में आयोजित अवकाश प्राप्त वेटनरी डॉक्टरों के सम्मेलन में दी.

पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया की पशु विज्ञान विश्वविद्यालय फिलहाल जमुई एवं आरा कृषि विज्ञान केंद्र इसके संचालन की तैयारी कर चुका है. पहले जमुई कृषि विज्ञान केंद्र एक एनजीओ द्वारा चलाया जाता था अब इसका संचालन विश्वविद्यालय  द्वारा किया जायेगा. कृषि विज्ञान केंद्र आरा का संचालन स्काडा द्वारा किया जा रहा था अब इसका संचालन भी विश्वविद्यालय ही करेगा. इसके लिए सरकार की सहमति भी बना चुकी है.

इस समारोह में आए सभी अतिथियों का स्वागत अवकाश प्राप्त वेटनरी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसपी शर्मा द्वारा किया गया. वेटनरी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसपी शर्मा ने कहा विश्वविद्यालय पशुपालन को बढ़ाने क्षेत्र को बढ़ने के लिए नए शोध पर जोर दे. जब तक पशुपालकों को नई तकनीक ज्ञान नहीं होगा तब तक पशुपालन लाभ का पेशा नहीं बन सकता. नई तकनीक पशुपालकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय पशुपालन विभाग की है.

युवा पीढ़ी को पशुपालन के प्रति आकर्षित करने के लिए इसे लाभदायक बनाना बहुत आवश्यक है. हम खेती योग्य जमीन तो नहीं बना सकते पर पशुपालन को बढ़ावा देकर ज्यादा-ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जा सकता है. बिहार राज बड़ी संख्या में लोग पारंपरिक तरीके से पशुपालन करते है.  इसको बढ़ावा देना राज्य सरकार एवं समाज दोनों की जिम्मेदारी है. इस अवसर पर वेटनरी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. सिया राम सिंह, डॉ. धर्मेन्द्र सिन्हा, डॉ. अली अहमद खान सहित कई चिकित्सकों ने भाग लिया.

English Summary: Government's decision in favor of farmers, every district open animal science center
Published on: 22 April 2019, 04:21 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now