भारत जैसे विकासशील देश में हमेशा से किसान मुख्य मुद्दा रहा है. चाहे चुनाव के समय की बात हो या देश के विकास की बात हो, हमेशा किसान सबको याद आया है. किसान को इन सभी जगहों पर याद करने का केवल एक ही कारण है, देश की 70 प्रतिशत से ज्यादा आबादी किसानी से किसी न किसी रूप में जुड़ी हुई है. यही कारण है, अब तक देश की जितनी भी सरकारें हुई हैं, उन्होंने किसानों के लिए कुछ न कुछ किया है. आज फिर एक बार इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने एक और कदम बढ़ाया है. इस बार सरकार का ये कदम किसान कर्जमाफी के रूप में है. बता दें, कोविड-19 से लड़ी जा रही लड़ाई के बीच महाराष्ट्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है. ठाकरे सरकार ने किसान कर्जमाफी योजना के तहत लगभग 12,000 करोड़ रुपये किसानों के खातों में भेज दिए हैं.
सरकार बनाने के बाद ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महात्मा ज्योतिराव फुले कर्जमुक्ति योजना की घोषणा की थी. इस योजना के तहत प्रदेश के किसानों के 2 लाख रुपए तक के ऋण माफ़ किए जा रहे हैं. इस कर्जमाफी योजना में लगभग 32 लाख किसान शामिल हैं और इसी कर्जमाफी योजना के तहत राज्य सरकार ने 18 लाख, 89 हजार, 528 किसानों के खातों में 11,966 करोड़, 21 लाख रुपये की राशि भेज कर कर्जमाफी की है.
बता दें, इस कर्जमाफी के पहले भी सरकार ने जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से 10 लाख, 40 हजार, 935 किसानों के बैंक खातों में 5,407 करोड़, 13 लाख रुपये जमाकर कर्जमाफी की है, इसके अलावां व्यापारी बैंकों के माध्यम से 8 लाख, 48 हजार, 593 किसानों के बैंक खातों में 6,559 करोड़, 80 हजार रुपए भी भेजे गए हैं.