मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 26 September, 2023 6:00 PM IST
Tur and urad dal

Pulse stock limit: केंद्र सरकार ने अरहर और उड़द दाल की कीमतों को काबू में रखने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. इसके फैसले के अनुसार, तूर और उड़द की दाल पर स्टॉक लिमिट (Stock Limit) को 31 दिंसबर तक बढ़ा दिया है. इसके साथ ही होलसेलर (Wholesaler)  और बिग चेन (Big Chains) की भी स्टॉक लिमिट को घटा दिया है. आपको बता दें कि तूर और उड़द दाल पर स्टॉक लिमिट 30 अक्टूबर को खत्म हो रही थी. खाद्य एवं उपभोक्ता मामले में मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी किया है. जिसमें बिग चेन्स और होलसेलर के लिए स्टॉक लिमिट अब 50 मीट्रिक टन कर दी गई है.

मंत्रालय ने जारी किया नोटिफिकेशन

खाद्य एवं उपभोक्ता मामले में मंत्रालय ने जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि,  डिपो में थोक विक्रेताओं और बिग चेन के खुदरा विक्रेताओं को स्टॉक लिमिट 50 टन कर दी गई है. मिल मालिकों के लिए स्टॉक लिमिट भी पिछले 3 महीने के उत्पादन की वार्षिक क्षमता 25 फीसदी कर दी है.

इन कारणों से लगाई गई स्टॉक लिमिट

2 जनवरी साल 2023 को सरकार ने जमाखोरी और सट्टेबाजी को रोकने के लिए तूर और उड़द पर स्टॉक लिमिट लगाई थी. मंत्रालय द्वारा यह कहा गया है कि उपभोक्ता मामलों का विभाग स्टॉक खुलासा पोर्टल के माध्यम से कड़ी नजर रख रहा है. वह तूर और उड़द की स्टॉक स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए है. जिसकी एक हफ्ते की तैयार रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा की जा रही है. कृषि मंत्रालय के अनुसार, खरीफ सीजन के दौरान दालों की बुवाई का रकबा 122.57 लाख हेक्टेयर रह गया है. वहीं एक साल पहले समान अवधि में 128.49 लाख हेक्टेयर था. भारत दालों की कमी को दूर करने के लिए दालों को इम्पोर्ट करता है.

इसे भी पढ़े- दालों के विक्रेताओं, मिल मालिकों और आयातकों के लिए निर्धारित हुआ स्टॉक सीमा

खुदरा दुकान और बिग चेन के लिए 50 टन स्टॉक लिमिट

मंत्रालय द्वारा कहा कि है स्टॉक लिमिट में संशोधन कर समयवधि को बढ़ाया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जमाखोरी को रोका जा सके. इसके मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दालों की स्टॉक लिमिट बढ़ाकर 31 दिसंबर तय कर दी गई है. जिसमें थोक विक्रेताओं के लिए हर दाल पर लागू स्टॉक लिमिट 50 टन है. वहीं खुदरा विक्रेताओं के लिए 5 टन है. इसके अलावा खुदरा दुकान पर 5 टन और बिग चेन के खुदरा विक्रेताओं के लिए डिपो पर 50 टन है.

English Summary: Government take a decision, Tur and urad dal stock limit increased
Published on: 26 September 2023, 06:06 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now