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Updated on: 12 September, 2019 6:23 PM IST

बदलते हुए वक्त के साथ बहुत कुछ बदला है. अन्य क्षेत्रों की तरह कृषि में भी तकनीक महत्वपूर्ण भमिका निभा रही है. इसमे कोई दो राय नहीं कि संचार क्रांति से सबसे ज्यादा भला ग्रामीण तबके एवं कृषि क्षेत्र का हुआ है. कृषि की जानकारी एवं संसाधन पहले की अपेक्षा अब अधिक सरलता से किसानों को उपलब्ध है. सरकार भी किसानों की भलाई को देखते हुए अधिक से अधिक तकनीक से उन्हें जोड़ने का प्रयास कर रही है. शायद यही कारण है कि कृषि मंत्रालय ने ओला-उबर की तर्ज पर किसानों के लिए ट्रैक्टर सुविधा शुरू करने की योजना बनाई है.

इस तरह बनाया गया है ये पः

मशीनों के अभाव में खेती में आ रही दिक्कतों एवं परेशानियों को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने 'CHC Farm Machinery' नाम से एक एप बनाया है. इस एप के माध्यम से किसान खेती से जुड़ी मशीनों को भाड़े पर मंगवा सकते हैं. बता दें कि इस काम को करने के लिए सरकार ने अभी तक 34 हजार से अधिक कस्टम हायरिंग सेंटर्स का निर्माण करवाया है. इन सेंटर्स से ही किसानों को सहायाता देने की योजना है.

गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगा ये पः

कृषि मंत्रालय का ये एप 12 अलग-अलग भाषाओं की सुविधाओं के साथ 'सीएचसी फार्म मशीनरी" के नाम से गूगल प्ले स्टो्र पर मिल जाएगा. इस एप के माध्यम से ओला-उबर की तरह ही आपके लोकेशन या दिए हुए पते पर ट्रैक्टर पहुंच जाएगी. एप में आपको नाम, पता और मोबाइल नंबर समेत अन्य् जरूरी जानकारियां शेयर करनी होगी.

इनको होगा लाभः

माना जा रहा है कि इस एप से छोटे किसानों को अधिक फायदा होगा. आमतौर देखने में आता है कि छोटे भूमि वाले किसानों के पास इतना पैसा नहीं होता कि वो स्वयं का ट्रैक्टर खरीद सकें, जिस कारण वो खेत की जुताई में अक्सर लेट हो जाते हैं.

English Summary: government launch multilingual transportation apps for farmers
Published on: 12 September 2019, 06:29 PM IST

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