कई वस्तुओं पर जीएसटी की ज़्यादा मार झेल रहे लोगों को राहत देने के लिए शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में 'जीएसटी काउंसिल' की बैठक हुई. इस बैठक में आम आदमी को बड़ी राहत दी गई. इस बैठक के बाद पुडेचेरी के सीएम वी नारायणसामी ने बताया कि 'आम आदमी की रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली 33 वस्तुओं पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की दर 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत और 5 प्रतिशत कर दी गई है. सीएम नारायणसामी ने आगे कहा- कांग्रेस की मांग थी कि लग्जरी उत्पादों को छोड़कर अन्य सभी प्रोडक्ट पर 'जीएसटी' की दर कम करके 18 % और उससे नीचे की जाए. मोदी सरकार इससे सहमत भी है. सिर्फ 34 उत्पादों को छोड़कर बाकी सभी को 18 या उससे कम की 'जीएसटी' दर में रखा गया है.
किस पर कितना जीएसटी
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किस उत्पाद पर अब कितना जीएसटी लगेगा. जीएसटी परिषद पिछले कुछ समय से 28 फीसदी के स्लैब को लगातार घटा रही है. शनिवार को हुई बैठक से भी यही उम्मीद की जा रही थी कि 28 फीसदी के स्लैब में से कई और चीजों का हटाया जा सकता है. लिस्ट में सबसे ऊपर सीमेंट का नाम था, जिसपर अभी 28 फीसदी टैक्स लगता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि अभी तक 39 वस्तुओं पर 28 फीसदी टैक्स लगता था, जिसे अब घटाकर 34 कर दिया गया है, यानि 5 अन्य उत्पादों को 28 फीसद की अधिकतम जीएसटी दर से बाहर किया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 1,200 से अधिक वस्तुओं और सेवाओं में से 99 प्रतिशत पर 18 प्रतिशत या उससे कम जीएसटी लगेगा.
गौरतलब है कि इससे पहले करीब दो साल में 30 बार हुई जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में 979 फैसले लिए गए हैं. जीएसटी परिषद में राज्यों के वित्त मंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं. इस परिषद का गठन 15 सितंबर 2016 को जीएसटी दरों में फेरबदल के लिए किया गया था.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण