राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर, सुबह से गुजरात के आणंद में डॉ वर्गीज कुरियन की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ ही वॉकथॉन की शुरुआत की गई. पशुपालन और डेयरी विभाग की संयुक्त सचिव (सीएंडडीडी), सुश्री वर्षा जोशी ने अमूल, आईडीएमसी, इरमा, एनडीडीबी, एनसीडीएफआई और इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड के प्रतिभागियों से जुड़े हुए कई अन्य लोगों ने इस वॉकथॉन में हिस्सा लिया.
सहकारिता आंदोलन की सराहना
इसके बाद मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीपों की रोशनी के साथ शुरू किया गया. मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, पुरुषोत्तम रूपाला ने अपने भाषण में सहकारिता की विरासत और परंपरा को बनाए रखने के लिए डॉ वर्गीज कुरियन, एनडीडीबी और अमूल द्वारा शुरू किए गए सहकारिता आंदोलन की सराहना की.
उद्यमिता को करेंगें प्रोत्साहन
यह परंपरा कई अन्य राज्यों में फैली हुई है, भारत का डेयरी क्षेत्र दुनिया में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक बन चुका है. धामनोद, गुजरात और हेसरगट्टा, कर्नाटक में आईवीएफ प्रयोगशाला को ऑनलाइन जारी करने के अलावा ग्रैंड स्टार्ट अप चैलेंज 2.0 और ब्रीड मल्टीप्लिकेशन फार्म के लिए वेब पोर्टल भी जारी किया गया है. उन्होंने कामना व्यक्त किया कि तकनीकी हस्तक्षेप और नवाचार न केवल उत्पादकता में सुधार लाएंगे, बल्कि उद्यमिता को भी प्रोत्साहन प्रदान करेंगें.
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गोपाल रत्न पुरस्कार प्राप्त विजेताओं की सराहना
उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान, सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस) श्रेणियों के लिए गोपाल रत्न पुरस्कार प्राप्त विजेताओं को सम्मानित किया. उन्होंने गोपाल रत्न पुरस्कार प्राप्त सभी विजेताओं की सराहना भी की.
गोपाल रत्न पुरस्कार से किया गया सम्मानित
देशी गाय/भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान का पहला पुरस्कार राजस्थान के जयपुर के सुरेंद्र अवाना को मिला है, दूसरा पुरस्कार कोट्टायम, केरल की रेशमी एडाथानल और तीसरा पुरस्कार बनासकांठा, गुजरात की राजपूत मोधीबेन वर्धमानसिंह और राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ की माधुरी को मिला है. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) का पहला पुरस्कार आंध्र प्रदेश के रामा रावकरी, दूसरा पुरस्कार छत्तीसगढ़ के दुलारूराम साहू और तीसरा पुरस्कार राजस्थान के राजेश बागरा को मिला है.
इसी तरह से सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन का पहला पुरस्कार हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के कामधेनु हितकारी मंच और दूसरा पुरस्कार केरल के वायनड के दीप्ति गिरिक्षीरोलपदक सहकारना संगम, को मिला है.