यकीनन, यह बहुत ही अजीब स्थिति है, जहां एक तरफ लोगों को कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है. कल कारखाने बंद हो चुके हैं. बेरोजगारी अपने चरम पर पहुंच चुकी है. कल तक खिलखिलाते हुए चेहरे अब अपने भविष्य की चिंता को लेकर दुविधा में हैं. उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें और क्या न करें, मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस लॉकडाउन में कुछ ऐसी भी कंपनियां रही हैं, जिन्होंने ऐसा भारी मुनाफा कमाया है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे. इसी में से एक कंपनी गूगल है. जी हां.. गूगल, यूं तो गूगल के लिए भारी मुनाफा अर्जित करना, कोई बड़ी बात नहीं है, मगर कोरोना काल में जब कई कंपनियां बंद होने के कागार पर आ चुकी है. ऐसी में गूगल द्वारा इतना मुनाफा अर्जित कर लेना, यकीनन सभी का द्यान अपनी ओर आकृष्ट कर रहा है.
दरअसल, कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से गूगल के कर्मचारी घर बैठे ही काम कर रहे हैं, जिसकी वजह से गूलग को साल में तकरीबन 168 अरब डॉलर तक का मुनाफा हो रहा है, जहां एक तरफ कर्मचारियों द्वारा घर बैठे काम करने की वजह से गूगल का ट्रैवल खर्चा बच रहा है, तो वहीं आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि गूगल के पेंरट कंपनी ने पहली तिमाह में घर बैठे कर्मचारियों की वजह से तकरीबन 268 मिलियन खर्च होने से बचा लिए हैं. यह खर्च प्रमोशनल ट्रैवल से बचाया गया है. गूगल सालाना 1 बिलियन डॉलर बचा रही है. इसकी वजह सें कंपनी कोरोना वायरस को मानती है.
यहां हम आपको गूगल की कार्य शैली काफी अच्छी मानी जाती है. गूगल अपने कर्मचारियों को बहुत तरह की सुविधाएं प्रदान करती है, जिसमें मसाज, ट्रेवलिंग, एंटरटेनमेंट समेत कई तरह की सुविधाएं शामिल हैं।
मगर कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण गूगल के कर्मचारी घर बैठे ही काम कर रहे हैं, जिससे कंपनी का काफी खर्चा बचा है, जिसका सीधा फायदा कंपनी को हो रहा है. ऐसे में जहां इस लॉकडाउन में कई सारी कंपनियां नुकसान का रोना पीट रही है, तो वहीं दूसरी तरफ गूगल जैसी कंपनी मोटी कमाई भी कर रही है.