NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 11 March, 2023 2:30 PM IST
अब बिना यूरिया के होगी खेती

किसान अपनी फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए खेत में कई तरह के खाद व उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं. ताकि उन्हें अच्छी फसल प्राप्त हो सके और उसे बाजार में बेचकर लाभ प्राप्त कर सके. बाजार में यह खाद व उर्वरक बेहद उच्च कीमत पर किसानों को मिलते हैं. इसी कड़ी में राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर कई योजनाएं भी चलाती रहती हैं. इन्हीं में से एक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन एवं फसल विविधीकरण योजना (National Food Security Mission and Crop Diversification Scheme) है, जिसमें किसानों को हरी खाद व खेती से संबंधित सुविधा प्राप्त होती है. बता दें सरकार की इस योजना में किसानों को प्रति एकड़ 720 रुपए तक का अनुदान भी देती है.

किसानों को मिलेगी बेहतर सब्सिडी

किसान भाइयों को खेत में बिना यूरिया के अच्छी फसल प्राप्ति के लिए हरी खाद सनई-ढेंचा एक बेस्ट इको फ्रेंडली ऑप्शन चलाया जा रहा है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, यूरिया के इस्तेमाल से खेती की मिट्टी को बहुत ही नुकसान पहुंचता है और वहीं हरी खाद मिट्टी को पहले से भी अधिक उपजाऊ बनाने में मदद करती है. हरी खाद वातावरण में नाइट्रोजन के स्थिरीकरण को भी अच्छा बनाए रखती है. इसके इतने अधिक फायदे के चलते सरकार की योजना के माध्यम से हरी खाद ढेंचा की खेती पर 80 प्रतिशत सब्सिडी की सुविधा किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही है.

ऐसे पाएं योजना का लाभ

अगर आप भी हरी खाद पर सब्सिडी की सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल या फिर www.agriharayana.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ध्यान रहे कि यह प्रक्रिया 4 अप्रैल 2023 तक जारी रहेगी.

इसके बाद किसानों को अपने सभी जरूरी कागजात जैसे कि- रजिस्ट्रेशन स्लिप, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड आदि की कॉपी हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्र में जाकर जमा करनी होगी. तभी आप हरी खाद के बीज पर सब्सिडी प्राप्त कर पाएंगे.

ये भी पढ़ेंः  यूरिया की जगह करें गौमूत्र का स्प्रे, मिलेगा गेहूं का अच्छा उत्पादन

7200 रुपये तक मिलेगा अनुदान

प्राकृतिक खाद को राज्य में बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार लगातार कोशिश कर रही है. इसी क्रम में सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है कि हरी खाद की खेती के लिए किसानों को प्रति एकड़ 720 रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा. वहीं 10 एकड़ तक किसानों को 7200 रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा. सरकार के द्वारा खेती की लागत को कम करने के लिए किसानों के द्वारा 80 प्रतिशत खर्च वहन करने का प्रावधान भी किया है.

English Summary: Good yield will be available without urea, government is giving 80% subsidy for natural fertilizers
Published on: 11 March 2023, 01:52 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now