बेमौसमी बारिश किसानों की मेहनत पर अकसर पानी फेर देती है. मौसम के बिगड़े मिजाज का आलम कभी – कभी यह होता है कि किसान की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है. खरीफ सीजन में हुई रिकॉर्ड बारिश ने खरीफ की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया था. यही नहीं ओलावृष्टि और तेज हवाएं भी फसलों के लिए काल बनी. जिससे किसान अभी भी मायूस हैं और मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं. अब इसी क्रम में बिहार के करीब 4 लाख किसानों को जल्दी ही फसल बीमा योजना (Crop Insurance Policy) की सौगात मिलने वाली है. इस योजना के अंतर्गत राज्य के तकरीबन 4 लाख किसानों के खाते में 300 करोड़ रूपए की रकम जल्दी ही ट्रांसफर की जाएगी. खरीफ की फसल को बेमौमस बारिश के चलते हुए नुकसान के बदले में यह रकम मिलने वाली है.
25 लाख किसानों ने कराया फसल बीमा योजना
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार 7 दिन के भीतर इन किसानों के खातों में रकम भेजने की शुरुआत हो जाएगी. खरीफ की फसल को हुए नुकसान के सर्वे के बाद इन किसानों को क्षतिपूर्ति का हकदार माना गया था. खरीफ की फसल के लिए लगभग 25 लाख किसानों ने फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण कराया था. बता दें कि पंजीकृत किसानों की फसल के नुकसान पर उनके क्लेम के बाद सर्वे होता है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही राशि जारी की जाती है. यह सर्वे फसल की कटाई के समय होता है.
फसल बीमा योजना के तहत मिलेगा पैसा
किसानों को यह रकम पीएम फसल बीमा योजना के तहत नहीं बल्कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत मिलना है. इस स्कीम को भी पीएम फसल बीमा योजना की तर्ज पर ही शुरू किया गया है. दो साल पहले शुरू की गई इस स्कीम के तहत यदि प्रति हेक्टेयर 20 फीसदी फसल का नुकसान होता है तो 7,500 रूपए की रकम मिलती है. यही नहीं इस स्कीम के तहत किसानों को कोई प्रीमियम भी नहीं देना होता है. हालांकि पीएम फसल बीमा योजना के तहत खरीफ की फसल में 2 फीसदी प्रीमियम और रबी की फसल पर 1 पर्सेंट का प्रीमियम किसानों को देना होता है. दरअसल इस पूरी योजना में किसी बीमा कंपनी का कोई दखल नहीं होता है. सरकारी एजेंसियों की ओर से नुकसान का आकलन किया जाता है और फिर उसकी भरपाई की जाती है.