मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 15 अप्रैल से किसान अपनी रबी फसल की उपज समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे. बता दें, उन्होंने कहा कि इंदौर, उज्जैन और भोपाल जिले को अभी इस स्कीम में नहीं शामिल किया गया है. जब भी किसान अपनी फसल को मंडियों में लेकर आएंगे तो उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग तथा अन्य समस्त सुरक्षात्मक उपायों का उपयोग करना होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस बार प्रदेश के किसान केवल मंडी में ही नहीं बल्कि बाहर भी समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेच सकेंगे.
सौदा पत्रक 2009 के तहत होगी खरीदारी
बता दें, कोरोना महामारी के चलते इस बार किसानों को कई सुविधाएं दी जा रही हैं. इस बार किसान अपनी उपज सौदा पत्रक के माध्यम से व्यापारियों को सीधे बेच सकेंगे. बता दें, सौदा पत्रक पर खरीदी की व्यवस्था 2009 से चली आ रही है. बीच में इसे बंद कर दिया गया था. इस बार इसे पुनः चालू कर दिया गया है. इसके अलावा, किसान आई.टी.सी. के खरीद केन्द्रों पर भी अपनी उपज बेच सकेंगे.
क्या है सौदा पत्रक खरीद प्रक्रिया ?
सौदा पत्रक एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसान अपनी फसल को सरकार द्वारा जारी किए गए समर्थन मूल्य पर बिना किसी दबाव के बेचता है. इसके अलावा जो भी व्यापारी किसान की फसल को खरीदता है उन्हें खरीद की जानकारी मंडी प्रशासन को देनी पड़ती है. इस खरीद प्रक्रिया में उन अनाजों को भी शामिल कर दिया जाता है जिनकी पहले से मंडी रजिस्टर्ड किसानों के द्वारा खरीद की गई होती है.