AIF Scheme: किसानों के लिए वरदान है एग्री इंफ्रा फंड स्कीम, सालाना कर सकते हैं 6 लाख रुपये तक की बचत, जानें कैसे करें आवेदन स्टार 33 मक्का: कम निवेश में बंपर उत्पादन की गारंटी इस किस्म के दो किलो आम से ट्रैक्टर खरीद सकते हैं किसान, जानें नाम और विशेषताएं भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 22 September, 2020 12:56 PM IST

केंद सरकार ने 2021-22 के रबी बिक्री सीज़न के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ऐलान कर दिया है. रबी फसलों में गेहूं और कुछ अन्य फ़सलें शामिल हैं. कैबिनेट के फ़ैसले के अनुसार गेहूं के MSP में 50 रुपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी की गई है. इसे 1924 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1975 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. कृषि मंत्री Narendra Singh Tomar  ने एमएसपी बढाने का एलान लोकसभा में किया. तोमर के अनुसार, गेहूं के एमएसपी में 2.6 फ़ीसदी की बढोत्तरी हुई है. सरकार का दावा है कि किसानों को लागत मूल्य से 106 फ़ीसदी ज़्यादा मुनाफ़ा होगा.

मोदी सरकार ने एमएसपी में किया बढ़ोतरी

रबी सीजन के अन्य फ़सलों में जौ का एमएसपी 1525 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1600 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. जबकि चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 225 रुपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी कर 5100 रुपये प्रति क्विंटल करने की सिफ़ारिश की गई है. सबसे ज़्यादा बढ़ोत्तरी मसूर दालों के समर्थन मूल्य में की गई है. 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी कर इसे 5100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. ये बढोत्तरी 6.3 फ़ीसदी है. सरसों के एमएसपी में भी 225 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है.

एमएसपी को लेकर किसानों की हैं आशंकाएं

कृषि से जुड़े बिलों को लेकर किसानों के विरोध की एक मुख्य वजह MSP  ही है. किसानों को आशंका है कि नया क़ानून बनने के बाद सरकार MSP  को ख़त्म कर देना चाहती है. हालांकि Prime Minister Narendra Modi  और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संसद में और संसद के बाहर कई बार ये बात साफ़ कर चुके हैं कि एमएसपी पहले की तरह जारी रहेगी और किसानों की आशंका निर्मूल है. लोकसभा में बयान देते वक़्त भी नरेंद्र सिंह तोमर ने ये साफ़ किया कि सरकार ने आज एमएसपी का ऐलान कर सभी आशंकाओं को खारिज़ कर दिया है.

English Summary: Good News ! Increase in minimum support price (MSP) of Rabi crops
Published on: 22 September 2020, 01:13 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now