घर में कैसे लगा सकते हैं अपराजिता का पौधा? जानें सरल विधि अक्टूबर में पपीता लगाने के लिए सीडलिंग्स की ऐसे करें तैयारी, जानें पूरी विधि Aaj Ka Mausam: दिल्ली समेत इन राज्यों में गरज के साथ बारिश की संभावना, पढ़ें IMD की लेटेस्ट अपटेड! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक OMG: अब पेट्रोल से नहीं पानी से चलेगा स्कूटर, एक लीटर में तय करेगा 150 किलोमीटर!
Updated on: 24 August, 2024 8:06 PM IST
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 21 अगस्त, 2024 को नांदेड़, महाराष्ट्र में किसानों के साथ संवाद किया था. संवाद के दौरान परभणी जिले के किसानों ने केंद्रीय मंत्री से अपनी सोयाबीन फसल के बीमा लंबित होने की समस्या बताई थी. इस संबंध में चौहान ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को इस समस्या का तत्काल निवारण करने का आदेश दिया था.

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने इस संदर्भ में 22 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समिति (Technical Advisory Committee, TAC) की बैठक की. बैठक में बीमा कंपनी द्वारा फसल कटाई प्रयोगों पर दर्ज की गई आपत्ति को खारिज करते हुए बीमा कंपनी को लंबित दावों का भुगतान करने का निर्देश दिया गया. इस निर्णय के कारण परभणी जिले के लगभग 2,00,000 किसानों को 200 से 225 करोड़ रुपये के लंबित क्लेम का भुगतान किया जाना है.

आज, 24 अगस्त 2024 को, केंद्रीय तकनीकी सलाहकार समिति ने संबंधित बीमा कंपनी को 1 सप्ताह के भीतर देय क्लेम का भुगतान करने के आदेश निर्गत किए हैं.

English Summary: Good news for lakhs of farmers! Union Minister Shivraj Singh Chauhan gave orders for payment of claims worth Rs 225 crore
Published on: 24 August 2024, 08:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now