देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 24 March, 2020 3:30 PM IST

छत्तीसगढ़ में अटल ज्योति योजना के तहत सिंचाई के यंत्र लेने वाले किसानों के लिए बड़ी खबर हैं. अब राज्य सरकार किसानों को बिजली चलित सिंचाई के यंत्रों के लिए फ्री बिजली कनेक्शन देने का फैसला किया है. अब इन किसानों को रात के 6 घंटे अधेरें में बिताना पड़ेगा. इन किसानों को घर के लिए अलग से बिजली कनेक्शन नहीं लेना पड़ेगा. यदि किसान चाहते है उन्हें फ्री में घर का बिजली कनेक्शन मिले तो किसानों को अपने आवास खेत वाले हिस्से में बनाना पडेगा. छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की पहल पर राज्य विद्युत नियामक आयोग ने इस संबंध में आदेश पारित किया. इन किसानों को घरेलू कनेक्शन देने का काम 6 माह में पूरा किया जाएगा.


बता दें कि राज्य में बड़ी संख्या में किसान खेतों में घर बना कर रहते हैं जिसकों देखकर ऐसा फैसला किया गया है. इनमें से ज्यादातर किसानों ने अटल ज्योति योजना के तहत सिंचाई पम्प और बिजली कनेक्शन लिया हैं, लेकिन अब तक इन कनेक्शनों में प्रतिदिन 6 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही थी. बिजली कटौती का यह सिलसिला पिछले 10 सालों से चल रहा है.

बता दें छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के राजकुमार गुप्त ने पिछले साल के वित्त वर्ष के लिए बिजली की नई दर निर्धारित करने का मामला उठाया था. नई बिजली दर निर्धारण के लिए प्रगतिशील किसान संगठन के साथ सीएसपीडीसीएल ने भी उठाया था जिस पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक सुनवाई की और नए घरेलू कनेक्शन के निर्देश दिए. अब इन कनेक्शनों पर 28 करोड़ खर्च किये जाएगें.

याचिका में उठाये गए मामले निम्न है

  • बिजली कंपनी के घाटे का जिम्मेदार उपभोक्ता नहीं है.

  • कंपनी 25 फीसद बिजली की बचत को रोक कर, 2.50 रुपए प्रति यूनिट की दर से तेलंगाना सरकार को घाटे में बेच रही है.

  • नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं में भेदभाव हो रहा हैं.

  • सिंचाई पंपो के बिजली खपत पर 4.6 0 रुपए प्रति यूनिट की दर से टैरिफ लिया जाता है जिसे 1 रुपये प्रति यूनिट होना चाहिए.

English Summary: Good news: Farmers living in the fields free of connection
Published on: 24 March 2020, 03:40 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now