महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किया Tractor Ke Khiladi प्रतियोगिता का आयोजन, तीन किसानों ने जीता 51 हजार रुपये तक का इनाम Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 25 June, 2020 8:47 PM IST

हाल ही में आयोजित केंद्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग (central government cabinet meeting) में एक अहम फैसला लिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी इस कैबिनेट बैठक में शामिल हुए. बैठक में यह फैसला लिया गया कि 1540 सहकारी बैंक भी आरबीआई के तहत लाये जाएंगे. अब ये सभी सरकारी बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of india) की निगरानी में रहेंगे.

दरअसल, आरबीआई के तहत कॉपरेटिव बैंक (कुल 1540) लाने का उद्देश्य ग्राहकों के जमा पैसे की सुरक्षा है. इस फैसले के बाद अब ग्राहकों द्वारा जमा किया गया उनका पैसा आरबीआई की निगरानी में रहेगा. यही वजह है कि इससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि उनका पैसा सुरक्षित भी रहेगा. आपको बता दें कि रिपोर्ट्स के मुताबिक इन सभी सहकारी बैंकों में लगभग 8.6 करोड़ ग्राहको के लगभग 4. 84 लाख करोड़ रुपए जमा हैं.

ये खबर भी पढ़े: बाजरे की फसल में लगने वाले प्रमुख कीट, रोग और व्याधियां तथा रोकथाम

पीएम मोदी के नेतृत्व में यह बैठक रखी गयी. कोरोनावायरस की वजह से लगे देशव्यापी लॉकडाउन के बाद जिस तरीके से हालात बिगड़े हैं (देश के आर्थिक हालात), उन्हें ध्यान में रखते हुए ही इस तरह का यह बड़ा फैसला लिया गया है.

कुल 1,540 सहकारी बैंक के तहत इनमें 1482 शहरी सहकारी बैंक और 58 बहु-राज्य सहकारी बैंक शामिल हैं. आरबीआई की अथॉरिटी जिस तरह अनुसूचित बैंकों पर लागू होती है, ठीक उसी तरह ही अब इन सहकारी बैंकों पर भी लागू होगी.

बैठक में और भी कई तरह के बड़े फैसले लिए गए जिसमें मुद्रा शिशु लोन (Mudra Shishu Loan Yojana) भी शामिल है. इस पर भी केंद्र सरकार ने ब्याज दर 2 फीसदी घटाने की घोषणा की है.

English Summary: good news cabinet meeting decision 1540 cooperative banks will come under RBI
Published on: 25 June 2020, 08:53 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now