पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर इन दिनों अपने एक सामाजिक कार्य के लिए चर्चाओं में बने हुए हैं. दरअसल, उन्होंने अपने फाउंडेशन द्वारा एक रसोई खोली है, जहां लोगों को मात्र 1 रूपए में खाना खिलाया जा रहा है. दिल्ली में उनकी इस रसोई के सामने अच्छी-खासी भीड़ रहती है. इतना ही नहीं, वो खुद भी किसी वॉलेंटियर की तरह लोगों को खाने का टोकन बांटते हैं.
एक बार में इतने लोग करते हैं भोजन
इस रसोई को उन्होंने जन रसोई का नाम दिया है और यहां कोरोना नियमों का पालन करते हुए लोगों को भोजन कराया जा रहा है. फिलहाल एक बार में 50 लोगों को अंदर आने की अनुमित है. यहां आने के लिए पैसों की नहीं मास्क की जरूरत है. हालांकि मास्क न होने पर आपको रसोई कर्मियों द्वारा ही वो उपलब्ध भी कराया जाता है.
कोरोना नियमों का किया जा रहा पालन
सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए यहां सभी तरह के काम किए जा रहे हैं. इस बारे में गौतम गंभीर ने मीडिया को बताया कि कोरोना काल में बहुत से लोगों की नौकरियां गई है ऐसे में भोजन का संकट आ खड़ा हुआ है. दिल्ली में वैसे भी मजदूरों का बड़ा वर्ग काम की तलाश में आता है, जिनके पास भोजन के पैसे नहीं होते. हमने उन लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस रसोई का निर्माण किया है.
राष्ट्र स्तर पर खुल सकती है जन रसोई
इस रसोई को राष्ट्र स्तर पर शुरू किया जा सकता है. इसके बारे में गौतम खुद कहते हैं कि फिलहाल एक प्रयोग के तौर पर इसे दिल्ली में खोला गया है, अगर लोगों की तरफ से हमे अच्छी प्रतिक्रिया मिली तो इस काम को राष्ट्र स्तर पर किया जा सकता है. इस रसोई के काम पर फिलहाल केंद्र सरकार की नजर है.
अब तक 5 हजार लोगों ने किया भोजन
जन रसोई को शुरू हुए अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है और अब तक यहां 5000 हजार से अधिक लोग खाना खा चुके हैं. ऐसा भी नहीं है कि भोजन के लिए आपको 1 रूपए देने ही होंगे, अगर किसी के पास एक रूपया भी नहीं, तो उसे भी यहां भोजन कराया जा रहा है.
लोगों ने सराहा
गौतम गंभीर के इस काम को सोशल मीडिया पर सराहा जा रहा है. लोग उनके प्रशंसक बन गए हैं. फेसबुक और ट्विटर पर इस समय जन रसोई ट्रेंडिंग में है.