कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड के चौकिया पहाड़पुर पंचायत के गदाई दियारा में सोमवार, 17 मार्च को एक बड़ा हादसा टल गया. गंगा नदी की तेज धार में एक ओवरलोडेड नाव पलट गई, जिसमें 35 लोग सवार थे लेकिन मसीहा बनकर आए स्थानीय मछुआरों ने सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया. इस घटना ने दिखाया कि सतर्कता और तत्परता से बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है.
मछुआरों की बहादुरी ने 35 जिंदगियां बचाईं, जो अन्य लोगों के लिए एक मिसाल है. प्रशासन को अब और सतर्क होकर ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय करने चाहिए, ताकि भविष्य में कोई हादसा न हो.
कैसे हुआ हादसा?
नाव में भारी मात्रा में परवल लदा हुआ था, जिसे किसान बाजार में बेचने के लिए ले जा रहे थे. पछुआ हवा के कारण नाविक का संतुलन बिगड़ गया और नाव बीच गंगा में पलट गई. नाव में सवार सभी 35 लोग गहरे पानी में बहने लगे और परवल भी नदी में डूब गया.
मछुआरों ने दिखाई बहादुरी
हादसे के समय आसपास मौजूद मछुआरों ने डूबते लोगों को देख लिया. बिना समय गंवाए, वे अपनी छोटी नावों से मदद के लिए आगे बढ़े. अपनी जान जोखिम में डालकर, सभी 35 लोगों को सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया. लोगों ने मछुआरों को भगवान का रूप बताया और उनका आभार व्यक्त किया.
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. सीओ स्नेहा कुमारी ने कहा कि यह राहत की बात है कि कोई जनहानि नहीं हुई. प्रशासन अब अवैध और ओवरलोड नावों पर सख्त कार्रवाई करेगा. बिना रजिस्ट्रेशन के नाव चलाने वाले नाविकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.
सतर्कता और सुरक्षा के लिए जरूरी कदम
- नाव में क्षमता से अधिक वजन न लादा जाए.
- बिना लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन वाली नावों पर रोक लगे.
- नाविकों को प्रशिक्षण देकर सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाए.
- किसी भी आपात स्थिति के लिए बचाव दल को सक्रिय रखा जाए.