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Updated on: 4 January, 2022 4:06 AM IST
Bhakra Vyas Management Board

खेतों में फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए पानी की अहम भूमिका होती है. अगर पानी की कमी हो जाये, तो फसलों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. फसलें पूर्णरूप से बर्बाद हो जाती हैं. ऐसे ही एक संकट राजस्थान के किसानों पर आने वाला है.

दरअसल, इस वर्ष कम बारिश होने की वजह से डैम में पानी की कमी होने से नहरों में पानी की भारी कमी पड़ रही है. इसी बीच भाखरा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (Bhakra Vyas Management Board) के अधिकारीयों ने राज्य में नहर में पानी छोड़ने के लिए मना कर दिया है. अब राजस्थान के किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए आने वाले समय में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

बता दें कि राज्य के पश्चिमी हिस्से के किसान इंदिरा गांधी नहर परियोजना पर सिंचाई के लिए निर्भर रहते हैं. वहीं, कांगड़ा का पोंग डैम में राजस्थान 50 प्रतिशत हिस्सा आता है और इस डैम का पानी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के किसान सिंचाई के लिए उपयोग करते हैं.

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मैनेजमेंट बोर्ड के अधिकारियों की बैठक में बताया गया कि अगर बारिश होती है, तो बोर्ड अपने निर्णय पर विचार करेगा. वरना 12 जनवरी से राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में खासकर हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले के किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

ट्यूबवेल पर होंगे निर्भर (Depend On Tube Wells)

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि  आने वाले महीनों में रबी फसलों की सिंचाई का समय शुरू हो जायेगा. ऐसे में सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता पड़ेगी, लेकिन पानी की कमी होने की वजह से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए किसानों को सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करनी होगी. उन्हें अब ट्यूबबेल के सहारे ही खेत में सिंचाई का कार्य करना होगा.

English Summary: from january 12, farmers will face water shortage, there will be problem in irrigation work
Published on: 04 January 2022, 05:40 PM IST

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