कृषि विज्ञान केंद्र उजवा द्वारा गाँव काजीपुर एवं ढ़ासा में दिनांक 28.02.2019 व 01.03.2019 में सरसों की फसल में प्रक्षेब दिवस का आयोजन किया गया. इस प्रक्षेब दिवस का मुख्य उद्देश्य दिल्ली प्रदेश में सरसों की उन्नत प्रजाति RH-749 एवं गिरिराज का विस्तार करना है. RH-749 किस्म एक उन्नत प्रजाति है और यह चौ. चरण सिंह हिसार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई है. वहीं गिरिराज प्रजाति की सरसों निदेशालय भरतपुर के द्वारा विकसित की गयी है.
यह दोनों ही प्रजातियां दिल्ली प्रदेश के लिए अनुकूल प्रजाति है एवं यह प्रजाति लवण सहनशील भी है. इस कार्यक्रम के दौरान किसानों ने खेत पर जाकर प्रदर्शित फसल का मूल्यांकन किया साथ ही उन्होंने पाया कि इन दोनों प्रजाति अन्य प्रजातियों की तुलना में इसके फलियों के आकार, साखाओं एवं फलियों की फुटाव में उन्नत पाई गयी. इस कार्यक्रम में लगभग 100 किसानों ने भाग लिया. कार्यक्रम केन्द्र के सस्य वैज्ञानिक डॉ. समरपाल सिंह ने फसल की बुवाई से कटाई तक सस्य किसानों को इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस कार्यक्रम में केंद्र के विशेषज्ञ तना गलन एवं तना गलन बिमारियों के लिए जैविक विधि द्वारा नियंत्रण करने पर जोर दिया. इस दौरान केन्द्र के डॉ. राकेश कुमार, कैलाश जाजड़, एवं बृजेश यादव उपस्थित रहे.