Fertilizer Problem: देश में यह समय खरीफ के सीजन का लगभग खत्म होने का समय है और इसके कुछ दिनों बाद ही रबी सीजन की फसलों की बुवाई शुरु हो जाएगी. ऐसे में किसानों को खाद- बीज की ज्यादा जरुरत होती है, लेकिन राजस्थान के बूंदी जिले में अभी से ही डीएपी और यूरिया की किल्लत सामने आने लगी है. कृषि विभाग का कहना है कि किसान चिंता न करें खाद को लेकर कोई खींचतान जैसी स्थिति नहीं होगी.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही राजस्थान के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से खाद की किल्लत की खबर सामने आई थी, कहने को वह केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का गृह जिला और उनका संसदीय क्षेत्र है लेकिन वहां पर भी इस प्रकार की स्थिति देखने को मिली है. अब देखना यह होगा कि आने वाले रबी सीजन में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद मिलेगी या नहीं.
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बूंदी जिले में खाद की खपत से जुड़े कुछ आंकड़े
बूंदी जिले में खाद की खपत की बात करें, तो पिछले साल जिले में 75114 मीट्रिक टन यूरिया की खपत हुई थी, जबकि इस बार मांग 77000 मीट्रिक टन भेजी गई है. इसी तरह पिछले वर्ष 16754 मीट्रिक टन डीएपी की खपत हुई थी, जिसके विरुद्ध इस बार 18000 मीट्रिक टन की मांग भेजी गई है.
पिछले साल एमओपी ने 537 मीट्रिक टन की खपत की थी, जिसके मुकाबले इस बार 600 मीट्रिक टन की मांग भेजी गई है.