सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 June, 2022 11:00 PM IST
किसानों को बैंक से मिलेगा अधिक फसल ऋण

किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए भारत सरकार कई विभिन्न तरह की योजनाएं बनाकर उनकी मदद करती रहती है. इसी क्रम में कृषि विभाग ने महराजगंज जिले के किसान भाइयों के लिए खुशखबरी दी है. दरअसल इस साल किसानों को खेती से संबंधित कार्य करने के लिए पैसे की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

आपको बता दें कि इस साल जिले में विभिन्न फसलों पर बैंकों के द्वारा मिलने वाली फसल ऋण की राशि को कृषि विभाग के प्रस्ताव पर डीएम सत्येंद्र कुमार ने हरी झंडी दिखा दी है. ये ही नहीं डीएम ने जिले के ज्यादातर फसलों का स्केल ऑफ फाइनेंस में भी वृद्धि कर दी है. ताकि अब किसानों को फसल से अधिक लाभ प्राप्त हो सके. 

कितनी फसलों पर मिलेगा ऋण (How many crops will get loan)

डीएम के आदेश के बाद इस साल जिले के किसानों को बैंकों के द्वारा पिछले साल की तुलना में अधिक ऋण दिया जाएगा. इस बार किसानों को खरीफ, रबी व जायद सीजन (Kharif, Rabi and Zayed season) की लगभग 22 फसलों पर ऋण दिया जाएगा और साथ ही व्यवसायिक खेती (commercial farming) करने वाले किसानों को भी इस ऋण में शामिल किया जाएगा.

फसलों पर केसीसी ऋण (KCC loan on crops)

जैसे कि आपको ऊपर बताया की कृषि विभाग (Agriculture Department) के प्रस्ताव को डीएम आदेश मिलने के बाद से जिले में बोई जाने वाली अधिकांश फसलों की ऋण सीमा को बढ़ा दिया गया है. देखा जाए तो जिले के एक किसान को प्रति हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की खेती के लिए 66480 रुपये ऋण की सहायता मिलेगी. ठीक इसी प्रकार से बाकी अन्य फसलों पर भी बैंकों के द्वारा फसल ऋण (crop loan) मिलेगा. जो कुछ इस प्रकार से है.

  • मक्का फसल के लिए 36440 रुपये ऋण

  • उर्दू फसल के लिए 30950 रुपये ऋण

  • ज्वार फसल के लिए 33525 रुपये ऋण

  • बाजरा फसल के लिए 35190 रुपये ऋण

  • मूंगफली फसल के लिए 49565 रुपये ऋण

  • अरहर फसल के लिए 37100 रुपये ऋण

  • मसूर फसल के लिए 35450 रुपये ऋण

  • गन्ना फसल के लिए 136410 रुपये ऋण

  • गेहूं फसल के लिए 66124 रुपये ऋण

  • जौ फसल के लिए 46040 रुपये ऋण

  • चना फसल के लिए 45660 रुपये ऋण

  • मटर फसल के लिए 39990 रुपये ऋण

  • सरसों फसल के लिए 41885 रुपये ऋण

  • हल्दी फसल के लिए 65100 रुपये ऋण

  • मेंथा फसल के लिए 57100 रुपये ऋण

  • आलू फसल के लिए 185000 रुपये ऋण

  • प्याज और लहसुन फसल के लिए 80500 रुपये ऋण

  • केला फसल के लिए 162000  रुपये ऋण

  • फूलगोभी फसल के लिए 86400 रुपये ऋण

  • शाक-भाजी की खेती करने के लिए 8100 रुपये ऋण दिया जाएगा.

English Summary: Farmers will get more crop loan from the bank
Published on: 19 June 2022, 05:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now