राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को विधानसभा में तीसरा बजट 2021-22 पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों में भारत की आत्मा बसती है. इसके अलावा उन्होंने अगले साल से कृषि बजट अलग से पेश करने का भी घोषणा किया. बजट भाषण के शुरुआत में सीएम अशोक गहलोत ने कोरोना काल के दौरान आयी चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना कम जरूर हुआ है लेकिन अभी समाप्त नहीं हुआ है;
किसानों के लिए बजट में किए गए कई बड़े ऐलान -
कमर्शियल कर्ज करवाए जाएंगे माफ
20 लाख से ज्यादा किसानों के 8000 करोड़ से ज्यादा के ऋण माफ किए और कुल मिलाकर 14000 करोड़ से ज्यादा के ऋण माफ हुए. वन टाइम सेटलमेंट से किसानों के कमर्शियल कर्ज माफ करवाए जाएंगे.
किसानों को बिना ब्याज के मिलेगा लोन
किसानों को 16000 करोड़ के ब्याज मुक्त फसली ऋण दिए जाएंगे और इसमें मत्स्य पालकों और पशुपालकों को भी इसमें शामिल किया जाएगा.
मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना का ऐलान
मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना लागू करने की घोषणा की है और विभिन्न कार्यों पर करीब 2000 करोड रुपए खर्च होंगे
ऑटोमेशन को दिया जाएगा बढ़ावा
अगले 3 वर्षों में करीब 4 लाख 30 हजार क्षेत्र को सूक्ष्म सिंचाई क्षेत्र अंतर्गत लाया जाएगा और ऑटोमेशन को भी बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए करीब 732 करोड रुपए का इसके लिए प्रावधान है.
50 हजार किसानों को मिलेगा सोलर पंप
बजट भाषण में किया 50 हजार किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराने का ऐलान और कृषि मंडियों के आधुनिकीकरण करने का भी ऐलान किया. इतना ही नहीं जोधपुर में किसान कॉम्पलेक्स बनाने का भी ऐलान किया है.
किसान सेवा केंद्रों का होगा निर्माण
200 करोड़ की लागत से विभिन्न जिलों में मेगा फूड पार्क बनेंगे और 1000 किसान सेवा केंद्रों का निर्माण होगा.
कृषि पर्यवेक्षकों के नए पद होंगे सृजित
कृषि पर्यवेक्षकों के 1000 नए पद सृजित होंगे और नई कृषि विद्युत वितरण कंपनी बनाने की घोषणा होगी.