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Updated on: 23 January, 2023 11:03 AM IST
किसानों को मिलेंगे उन्नत और सस्ते बीज

भारत में खेती किसानी के लिए सरकार द्वारा कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि कृषि क्षेत्र में विकास की दर बढ़े और किसानों की आय दोगुनी हो जाए. कृषि में हर एक कार्य बहुत अहम होते हैं, जिसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण योगदान देते हैं बीज. उन्नत किस्म के बीज अक्सर महंगे होते हैं, जिस कारण किसान उसे खरीदने में अस्मर्थ होते हैं, मजबूरन वह सस्ते बीज खरीद लेते हैं, जिसका असर उनकी फसल उत्पादकता में देखने को मिलता है. लेकिन अब सरकार इस समस्या का समाधान लेकर आई है, जिसके तहत किसानों को खेती के लिए सस्ते और उन्नत बीज आसानी से प्राप्त हो जाएंगे. साथ ही निर्यात में भी इजाफा देखने को मिलेगा.

3 नेशनल को-ओपरेटिव का होगा गठन

मीडिया खबरों की मानें तो जल्द ही केंद्रीय मंत्रीमंडल किसानों को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से 3 नेशनल को-ऑपरेटिव के गठन को लेकर मंजूरी दे सकती है. यह को-ऑपरेटिव किसानों को उच्च गुणवत्तता वाले बीज उपलब्ध करवाएंगे और साथ ही इनके माध्यम से किसानों को सस्ते बीज भी आसानी से उपलब्ध होंगे. इसके अलावा देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने की कवायत और अधिक हो जाएगी.

यहां होंगे को-ओपरेटिव के मुख्यालय

देश में बीज की उपलब्धता को बढ़ाने और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा 3 को-ओपरेटिव बनाए जा रहे हैं, जिसका कार्यालय दिल्ली और  गुजरात में होगा. तो वहीं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जो मुख्यालय स्थापित होगा वह गुजरात में होगा.  

को-ऑपरेटिव की भूमिका

भारत में को-ऑपरेटिव की अहम भूमिका है. इनकी सबसे बड़ी हिस्सेदारी हमें चीनी, दूध और और उर्वरकों में देखने को मिल सकती है. आंकड़ें देखें तो भारत के चीनी के उत्पादन में कुल 30.6 प्रतिशत हिस्सेदारी को-ऑपरेटिव की है. तो वहीं 28.8 प्रतिशत उर्वरक वितरण में हिस्सेदारी को-ऑपरेटिव की है और साथ ही 17.5 प्रतिशत दूध के सरप्लस की खरीदी को-ऑपरेटिव कर रहा है.

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एग्री स्टार्ट-अप, एफपीओ और को-ऑपरेटिव को साथ लाने की पहल

भारत के कृषि क्षेत्र में किसान उत्पादक संगठन (FPO), को-ऑपरेटिव (IPO) और एग्री स्टार्टअप अहम भूमिका निभा रहे हैं. इसी को देखते हुए कृषि जागरण इन तीनों को एक साथ एक मंच पर लाने के लिए एक पहल कर रहा है. जिसके माध्यम से तीनों क्षेत्र से जुड़े किसानों को एक साथ आकर अपनी समस्याएं, समाधान, और नए विचार एक दूसरे तक पहुंचाने में आसानी होगी. यह कार्यक्रम 3 मार्च 2023 को आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रदर्शनी, कृषि विशेषज्ञों की बीच अहम चर्चा और अव्वल व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा.  

English Summary: Farmers will get advanced and cheap seeds, central government is making 3 co-operatives
Published on: 23 January 2023, 11:16 AM IST

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