हरियाणा सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 25 जून से बढ़ाकर 15 जुलाई 2021 कर दिया है, जिसके तहत फसल विविधीकरण की मुहिम चलाई जा रही. जिसमें धान की बजाय पानी की बचत करने वाली फसलों की बिजाई करने पर सरकार की तरफ से 7000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.
हरियाणा सरकार ने उठाया बड़ा कदम
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए बागवानी विविधिकरण पर अधिक जोर दिया है. दरअसल जे.पी. दलाल ने कहा कि सरकार द्वारा 1200 किसानों को बागवानी की नई तकनीक के बारे में शिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि वे इसके माध्यम से कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकें.
अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होंगे देश के किसान
देश के किसानों को सरकार एक ऐसे मंच पर जोड़ने की तैयारी कर रही है, जहां उन्हें समय पर कृषि की जानकारी मिलेगी. साथ ही इस प्लेटफॉर्म के जरिए किसान अपनी फसल भी बेच सकेंगे. जिसका नाम है एग्रीस्टैक. इसकी शुरुआत सात राज्यों में हो रही है. इन राज्यों के 800 गांवों से किसानों व उनकी कृषि भूमि का डाटा एकत्र करके एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा.
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किसानों ने फूंका कृषि मंत्री का पुतला
झारखण्ड के धनबाद में राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन व केंद्र सरकार के काला कानून के खिलाफ किसानों ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का पुतला भी दहन कर विरोध जताया.
डॉ अरूण कुमार बने बीएयू के नए कुलपति
बिहार कृषि विश्वविद्यालय को नया प्रशासक मिला है. दरअसल रातोंरात बीएयू के कुलपति बदल दिए गए हैं. डॉ. अरुण कुमार अब नए प्रभारी कुलपति बनाए गए हैं. बता दें 26 जून से उन्होंने पदभार भी संभाल लिया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का राजभवन कूच
केंद्र की ओर से लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध जारी है. दरअसल देहारादून में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों ने राजभवन कूच किया. जहां किसानों को पुलिस ने हाथीबड़कला पुलिस चौकी के पास रोकने की कोशिश की, जिसके बाद किसानों ने जमकर हंगामा किया.
BAU अमरूद पर रिसर्च करने की बना रहा है योजना
बिहार कृषि विश्वविद्यालय अमरूद पर रिसर्च करने की योजना बना रहा है. दरअसल, आने वाले समय में बाहरी काला छिलका और अंदर लाल दिखने वाला गुणवत्ता युक्त अमरूद की नई किस्म इजाद की जाएगी, जो व्यावसायिक उत्पादन के लिए बेहतर होगा. और इस नई किस्म के अमरूद का सेवन करने वाले लोगों को बुढ़ापा जल्दी नहीं आएगा.