झारखण्ड के ३०००० से भी अधिक किसानों को स्मार्ट फ़ोन देने का फैसला लिया है जी हाँ ये सच है झारखण्ड सरकार किसानों को डिजिटल बनाने की कोशिश में लगा है वैसे किसानों को अलग कर दिया गया है जिनको इस योजना का लाभ मिल चूका है और जो किसानों इ-नाम मंडी से जुड़ चुके हैं जिन किसानों ने राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नैम) में अपना निबंधन करवाया है उन्हें इसका लाभ मिलेगा।
विभाग ने बताया कि इस योजना में उन किसानों को शामिल नहीं किया जाएगा, जिन्हें पिछले वर्ष योजना का लाभ मिल चुका है। कृषि निदेशक रमेश घोलप ने बताया कि किसानों को जल्द ही इसका लाभ मिलेगा। इस योजना को लेकर तैयारी की जा रही है। हर दिन किसानों का नाम निबंधित किया जा रहा है, जिसके बाद पूरी जांच कर ही लाभुक को इसका लाभ मिल सकेगा।यह योजना किसानों में डिजिटल इंडिया के महत्व को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। जिससे किसान आसानी से इंटरनेट सेवा से जुड़कर अपनी समस्या का समाधान कर सकेंगे। इस योजना में लगभग 37 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
ई-नैम से जुड़ने से किसानों को ऑनलाइन ही खेती से जुड़ी हर जानकारी व उन्हें बेचने की जगह मिल पाएगी। उनके फसल का सही दाम भी इन्हें मिल सकेगा। किसान को डिजिटल इंडिया से जोड़ने के साथ-साथ उन्हें सीखाने का भी प्रयास किया जा रहा है। कृषि निदेशक ने बताया कि मोबाइल की कीमत अगर ज्यादा रहती है तो किसानों को अपना पैसा मिलाकर लेना होगा। बाजार में कई कंपनियों के ऐसे मोबाइल सेट है जो 2000 रुपए तक मिल जाएगी।