किसानों का प्रदर्शन लागातार जारी हैं. नये कृषि कानून में सशोंधन के प्रस्ताव को किसानों ने खारिज कर दिया है जिसके साथ ही किसानों ने आंदोलन को और आगे बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. बता दें कि किसानों और सरकार के बीच कल 6 वी बैठक थी, इससे पहले सरकार और किसानों की 5 बैठक से कोई समाधान नही निकला है. कल बैठक में किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
किसानों का प्रदर्शन लागातार जारी हैं. नये कृषि कानून में सशोंधन के प्रस्ताव को किसानों ने खारिज कर दिया है जिसके साथ ही किसानों ने आंदोलन को और आगे बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. बता दें कि किसानों और सरकार के बीच कल 6 वी बैठक थी, इससे पहले सरकार और किसानों की 5 बैठक से कोई समाधान नही निकला है. कल बैठक में किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
किसान हाईवे को करेंगे जाम
12 दिसबंर को किसानों ने हाईवे को जाम करने का ऐलान किया है, किसान ने दिल्ली-जयपुर और दिल्ली आगरा हाईवे को बंद करने का ऐलान किया है. इसके अलावा देशभर में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
विपक्ष की घेराबंदी, कानून को खारिज करने की मांग
कृषि कानून के खिलाफ विपक्ष भी सरकार की घेराबंदी कर रहा है. कल विपक्ष के पांच नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और कानून को खारिज करने की मांग की. जिसमें राहुल गांधी, सीताराम येचुरी ऐर, शरद पवार आदि शामिल थे. बता दें कि राहुल गांधी ने मोदी सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया है.
आपको बता दें, कि कृषि कानून प्रस्ताव खारिज होने के बाद कई केंद्रीय मंत्रियों ने मीटिंग की. इस मीटिंग में गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल आदि भी शामिल थे. मीटिंग करीब ढाई घंटे लम्बी चली, उसके बाद बीजेपी ने कृषि कानून में संशोधन को लेकर किसानों को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर किसान संगठनों की बात हुई जिसके बाद किसानों ने प्रस्ताव खारिज कर दिया था.
देशभर में और बड़ा होगा आंदोलन
किसान और सरकार के बीच जंग तेज हो गई है. किसान अब दिल्ली को घेरने की तैयारी कर रहे हैं और हाइवे चक्का जाम करेंगे. अगर इस पर भी सरकार ने ना सुनी तो किसान, बीजेपी नेताओं और मंत्रीयों और नेताओं का घेराव करेगें. अब देखना यह होगा कि सरकार और किसान के बीच जंग कब तक जारी रहेगी.