जहां एक तरफ आम जनता के लिए प्याज की कीमतों में थोड़ी राहत देखने को मिली तो वहीं दूसरी तरफ कीमत कम होने के कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. ऐसा पहली बार नहीं है कि जब किसानों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्याज हमेशा से ही किसानों को रुलाता आया है. खबरें महाराष्ट्र से सामने आ रही है, जहां पर किसानों को प्याज 1 से 5 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. यह सिलसिला पिछले 2-3 महीनों से चलता आ रहा है.
प्याज की कीमतों से किसान परेशान
देश के अन्नदाताओं के लिए यह बेहद बुरी खबर है. किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है. महाराष्ट्र के नाशिक की मंडियों में किसानों से प्याज 5 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जा रहा है. तो वहीं मध्यप्रदेश में भी प्याज कौड़ी के भाव में खरीदा जा रहा है.
मानसून के चलते किसानों की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ा है. किसानों के लिए चुनौतियां और बढ़ गई है. बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण प्याज का सुरक्षित रखना संभव नहीं हो रहा है. इसलिए किसान जल्द से जल्द प्याज को मंडी में बेचना चाह रहे है. मगर यहां पर उन्हें प्याज की उचित कीमत नहीं मिल पा रही है.
16 अगस्त से कर सकते हैं आंदोलन
महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक संघ ने प्याज का सही मूल्य ना मिलने के खिलाफ चेतावनी दी है, कि यदि किसानों को 25 रुपए प्रति किलो की औसत दर नहीं मिलेगी तो वह 16 अगस्त से अपना आंदोलन शुरू कर बाजार में प्याज की बिक्री बंद कर देंगे.
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महाराष्ट्र प्याज उत्पादक संघ का कहना है कि पीछले 6-7 महीनों से किसानों को प्याज का सही मुल्य नहीं मिल पाया है, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा है. सरकार इस समस्या को अनदेखा कर रही है.