Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 3 October, 2019 6:10 PM IST

मोदी सरकार भले ही अपने आप को किसानों की हितैषी होने का दम भरती है. लेकिन बार-बार हो रहे किसानों के विद्रोह से ऐसा प्रतीत होता है, मानों बीजेपी के शासन में खेतीबाड़ी की हालत दयनीय है. अभी कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दिल्ली की तरफ निकलने वाली किसानों की पैदल यात्रा और विरोध की खबरे ठंड़ी भी नहीं हुई थी कि अब किसानों ने यूपी गेट पर क्रांति दिवस मनाकर सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले साल हुई किसान क्रांति पदयात्रा की बरसी पर भारतीय किसान यूनियन के कुछ कार्यकर्ताओं ने यूपी गेट पर पहुंचकर सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया है. इस बीच प्रशासन के साथ किसानों की तीखी बहस एवं धक्का-मुक्की भी हुई और देखते ही देखते वो दिल्ली की सीमा में घुसने के लिए बैरिकेडिंग पर चढ़ गये.

गौरतलब है कि दो अक्तूबर 2018 को किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने हर साल इसे क्रांति दिवस के रूप में मनाने का फैसाला किया है. इस मौके पर किसानों ने कहा कि "हमने फिलहाल यूपी गेट पर मात्र महापंचायत की है, लेकिन सरकार इसी तरह हमारी मांगों की अनदेखी करती रही तो आगे उग्र आंदोलन भी हो सकता है." उन्होनें कहा कि "बढ़ते हुए महंगाई में भी फसलों के उचित दाम किसानों को नहीं मिल रहे हैं, जिस कारण किसान परेशान है."

बता दें कि पिछले साल 2 अक्टूबर के दिन ही महात्मा गांधी के जन्मदिन पर जब हजारों किसान दिल्ली में एकत्र हुए थे तो उन्हें दिल्ली में घुसने से ही रोक दिया गया था. किसानों के विरोध करने पर उनपर लाठीचार्ज एवं पानी की बौछार की गई थी. इतना ही नहीं विरोध को कुचलने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और तेज़ आवाज़ में साईरन भी बज़ाया था.   

English Summary: farmers protest on up gate try to enter in delhi borders farmer protest against government
Published on: 03 October 2019, 06:15 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now