Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 12 April, 2019 4:37 PM IST

हरियाणा के यमुनानगर के किसानों में ओलावृष्टि व भारी बारिश से तबाह हुई फसलों के मुआवजे को लेकर बहुत रोष है. बीरवार को पिलखनवाला और मंगलोर के किसान अर्धनग्न होकर सरकार के प्रति गुस्सा जाहीर कर प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता बृजपाल छप्पर की अगुवाई में किसानों सरकार के प्रति खूब नारेबाजी की. किसानों ने चेतावनी दी है की अगर सरकार जल्द ही ओलावृष्टि व भारी बारिश तबाह हुई फसलों का उचित मुआवजा नहीं दिया तो सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई करेंगे.

मुआवजे की घोषणा न करने से बढ़ा रोष

किसान नरेश राणा, अजैब राठी, गुरमीत सिंह, गौरव सैनी, प्रिंस सैनी, इमरान खान, यूनिस अली, साहरदिन, बशीर अहमद, रिंपा, राजकुमार जैसे बहुत से किसनों ने बताया है कि 8 अप्रैल को हुई भीषण बारिश और ओलावृष्टि से घाड क्षेत्र के दर्जन से ज्यादा गांव में हजारों एकड़ की फसल पूर्णरूप से बर्बाद हो गई है. लेकिन अभी तक सरकार के तरफ से इन किसानों के लिए किसी भी प्रकार की सहायता राशि की घोषणा नहीं की गयी है.

किसानों के मांगों पर अभी तकल सरकार की कोई भी प्रतिक्रिया नहीं

समाचार पत्रों के मुताबिक किसानों ने बताया है की 9 अप्रैल को रामपुर के बिहटा क्षेत्र में  किसानों ने पूरे दिन धरना दिया. धरना के देने के साथ ही किसानों ने मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार बिलासपुर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया था. किसानों की मांग है कि प्रति एकड़ 40 हजार रूपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाय लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से किसानों  की मांगों  पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.  जिससे किसान सरकार के प्रति भारी गुस्से में है.

English Summary: Farmers performed by getting acquainted for crop damage
Published on: 12 April 2019, 04:41 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now