Farmers Protest: फसलों पर एमएसपी कानून समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने एक बार फिर हुंकार भरी है. किसान संगठनों ने सात अप्रैल को देशभर में जुलूस निकालने का ऐलान किया है. इसके अलावा शम्भू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक भी जाम करने की घोषणा की है. संगठनों ने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी का पुतला भी फूंकने की बात भी कही है.
इसके अलावा तीन से 11 अप्रैल तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में युवा किसान शुभकरण सिंह की श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी. बता दें कि 13 फरवरी से किसान आंदोलन कर रहे है. प्रदर्शनकारी किसान शम्भू बॉर्डर, खनौरी, डबवाली और रतनपुरा बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
किसान नेताओं ने क्या कहा?
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने चंडीगढ़ ने किसान भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार ने हाल में कई मंडियों को खत्म कर के गेहूं की फसल सीधे साइलो में लेकर जाने का आदेश जारी किया है जो पिछले दरवाजे से तीन कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने के समान है. किसान नेताओं ने बताया कि 10 फरवरी से हरियाणा में सैंकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 5 किसान नेता अभी भी जेल में हैं.
किसान नेताओं ने बताया कि सभी बार्डरों पर किसानों को परेशान करने के लिए बिजली व्यवस्था को जानबूझकर बाधित किया जा रहा है. जिस से किसानों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों मोर्चों ने फैसला लिया कि मंडियों को बचाने के लिए, जेल में बंद किसानों की रिहाई के लिये एवं किसानी मोर्चों पर बिजली की उचित व्यवस्था के लिए 7 अप्रैल को देशभर में जिला स्तर पर बड़े जुलूस निकालकर सरकार का विरोध किया जाएगा. यदि सरकार ने उसके बाद भी किसानों की इन बातों को नहीं माना तो 9 अप्रैल को शम्भू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक को जाम किया जाएगा और उसके बाद आगामी दिनों में रेल रोकने के स्थान बढ़ाये जा सकते हैं.