Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 18 July, 2022 6:09 PM IST
Uttar Pradesh Farmers

उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए राज्य मौसम विभाग ने एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी को जारी करते हुए IMD ने मौजूदा मौसम को देखते हुए किसानों की फसलों को लेकर जरूरी जानकारी दी है. इस एडवाइजरी में जिले के आधार पर फसलों को लेकर किसानों को सलाह दी गई है. इस लेख में नीचे जिले के हिसाब से आप एग्रोमेट एडवाइजरी पढ़ सकते हैं.

उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए जरूरी सलाह

जिले: मेरठ, पीलीभीत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर,बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, ज्योतिबा फुले नगर, बिजनौर, बदायूं, बरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, शामली,संभल और हापुड़ी के किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी.

जायद

खड़ी फसलों में 10-12 दिन के अन्तराल पर शाम को ही हल्की सिंचाई करनी चाहिए और दोपहर में सिंचाई का काम न करें.

सामान्य सब्जियां

भिंडी, तोरी, खीरा, करेला, खरबूजा, तरबूज, लौकी और कद्दू, टमाटर, बैगन और मिर्च में हल्की सिंचाई करें.

फल

इस समय आम में भृंग या मीज या लस्सी कीट के प्रकोप की संभावना रहती है. इसकी रोकथाम के लिए नीम के तेल को 3 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें या फिर इलामडाक्लोवप्रैड 50 ई.सी.  का 3 मिली प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर उपचार करें.

पशुपालकों को जरूरी सलाह

दिन के समय पशुओं को छायादार स्थान या पेड़ की छाया में बांध दें. जानवरों को हरा और सूखा चारा के साथ अनाज पर्याप्त मात्रा में दें. जानवरों को ताजा और साफ पानी दिन में 3-4 बार देनी चाहिए.

जिले: वाराणसी, आजमगढ़, गाजीपुर,चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदासनगर, जौनपुर,मऊ, कन्नौज, हाथरस, मथुरा, आगरा, एटा,मैनपुरी, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर-ग्रामीण, कानपुर-शहरी, उन्नाव, लखनऊ,सीतापुर, हरदोई, खीरी और कांशीराम नगर के किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी, जानें इसकी अहम बातें

जायद की फसल

जायद की फसल की बुवाई के बाद उसकी अच्छी तरह से सिंचाई करें, क्योंकि ये फसलें विकास की अवस्था में हैं. कीटनाशक डाइक्लोरोवा 76% ई.सी. का उपयोग करना चाहिए और जिनेब 75% w.p. का फसलों की सुरक्षा के लिए उपयोग करना चाहिए.

गन्ना

इस मौसम के लिए गन्ने की टॉपड्रेसिंग के रूप में 60-75 किग्रा नाइट्रोजन (130-163 किग्रा यूरिया) डालें.

भिंडी

तैयार भिंडी को तोड़ लें नहीं तो वो और पक जाएगी और फसल कम उपज देगी.

फल

आम, अमरूद और नींबू, अंगूर, बेर और पपीते के बागों की आवश्यकतानुसार सिंचाई करें.

English Summary: Farmers of these districts of Uttar Pradesh should be careful, alert issued by IMD regarding crops
Published on: 18 July 2022, 06:14 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now