बिहार चुनाव के बाद एक बार फिर कृषि कानूनों पर किसानों पर विरोध प्रदर्शन प्रचंड हो गया है. दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक किसानों का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है. पंजाब के शंभू बॉर्डर की तरफ से जाते हुए किसानों ने पुलिस के सभी बैरिकेड उठाकर नदी में फेंक दिए हैं. इसी तरह सड़क पर लगे डिवाइडरों को भी भारी नुकसान हुआ है.
वाटर कैनन पर भारी पड़ा किसान
प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया. जहां एक तरफ पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने करने के लिए वाटर कैनन का उपयोग किया, तो वहीं रास्ता रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग, कंटीले तार, बड़े पत्थर लगाए गए हैं. इंतेजामों के बावजूद किए गए हैं, लेकिन फिर भी किसान काबू में आते नहीं दिख रहे. सभी तरह के संसाधन और शक्तियों का प्रयोग करने के बाद भी पुलिस किस तरह किसानों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है, इसका उदाहरण हरियाणा की एक घटना से लगाया जा सकता है. यहां जब विरोध कर रहे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का सहारा लिया तो एक किसान देखते ही देखते उस पर चढ़ गया. इससे पहले कोई कुछ समझ पाता किसान वाटर कैनन की चाभी अपने कब्जे में लेने में सफल रहा. इतना ही नहीं लाठीचार्ज से बचने के लिए उस किसान ने वाटर कैनन से ही एक ट्रैक्टर पर छलांग लगा दी, जिसे देख पुलिस वाले हक्के बक्के रह गए और किसानों का हूजूम आगे बढ़ गया.फिलहाल किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-जम्मू हाइवे को पूरी तरह से पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का भी सहरा लिया जा रहा है.
पीछे हटने को तैयार नहीं किसान
प्रदर्शनकारी किसानों की माने तो दिल्ली की तरफ वो हर हाल में कूच करेंगें और अगर उन्हें रोका गया तो सड़कों पर जाम लगा देंगे.
दिल्ली पुलिस ने लिया कोरोना का सहारा
किसानों के विरोध को किसी तरह रूकता न देख अब दिल्ली पुलिस ने कोरोना का सहारा लेना शुरू कर दिया है. नए कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी में प्रदर्शन करने की आज्ञा किसानों को नहीं दी जा सकती, क्योंकि कोरोना इन दिनों तेजी से राजधानी में फैल रहा है.
बीजेपी ने विरोध को बताया विपक्ष का कारनामा
किसानों के विरोध पर बंगाल चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस भी अब आमने-सामने आ गए हैं. इस मामले पर बीजेपी ने कहा विपक्ष किसानों को भटकाकर राजनीति कर रहा है. इस कानून से किसानों का लाभ होगा. वहीं कांग्रेस ने कहा कि सरकार के इस कानून से किसान बर्बाद हो जाएंगें.