सरकार देश के किसानों को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं और कार्यक्रमों का आयोजन आए दिन करती रहती है. इसी कड़ी में 9 मार्च को नई दिल्ली में बांस क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला में बांस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया.
यह कार्यक्रम 9 और 10 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, इन्वेस्ट इंडिया और केरल राज्य बांस मिशन द्वारा आयोजित किया जा रहा है. बता दें कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी ने गुरुवार को नई दिल्ली में बांस क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला में बांस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.
इस दौरान संयुक्त सचिव (बागवानी) प्रिय रंजन और बागवानी आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार के साथ अपर सचिव ने राज्य बांस मिशन के अधिकारियों, राज्य विभाग के अधिकारियों, कारीगरों, बांस विशेषज्ञों और उद्यमियों के साथ बातचीत करते हुए इस प्रदर्शनी में सभी 58 स्टालों का मुआयना किया.
इस प्रदर्शनी में त्रिपुरा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम सहित राज्य बांस मिशनों की भागीदारी देखी गई. विभिन्न संस्थानों जैसे कि बांस एवं बेंत विकास संस्थान, फोनिक्स फाउंडेशन, पूर्वोत्तर बेंत एवं बांस विकास परिषद, एमएसएमई क्लस्टर फाउंडेशन के साथ-साथ स्टार्टअप्स और नए जमाने की कंपनियों जैसे कि एपिटोम (मुथा इंडस्ट्रीज), बायोक्राफ्ट बायोमाइज, बैम्बू इंडिया, ईएसईएस बायोवेल्थ प्राइवेट लिमिटेड, कॉर्नर आर्ट स्टोर और विभिन्न संगठनों जैसे कि महाराष्ट्र बांस बोर्ड, हस्तशिल्प क्षेत्रीय परिषद और नेफेड के अधीनस्थ बांस एफपीओ ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया.
बांस क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला और बांस प्रदर्शनी का उद्देश्य भारत में बांस क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने और इसके विकास एवं प्रगति को बढ़ावा देने के तरीकों की पहचान करने के लिए नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों, संस्थानों और संगठनों सहित बांस उद्योग के प्रमुख हितधारकों को एक मंच पर लाना है.
आज 10 मार्च को आयोजित की जा रही राष्ट्रीय कार्यशाला में 5 तकनीकी सत्र होंगे जिस दौरान बांस उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां देने के साथ-साथ संवादात्मक निर्देश भी दिए जाएंगे. इस दौरान संबंधित प्रतिभागियों को इस क्षेत्र के अन्य प्रोफेशनलों के साथ नेटवर्क बनाने या उनसे जुड़ने और बांस की खेती, प्रसंस्करण एवं उपयोग में नवीनतम रुझानों और प्रौद्योगिकियों के बारे में जानने का अवसर दिया जाएगा.
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राष्ट्रीय कार्यशाला में ‘भारत में बांस के लिए विजन’ पर एक सत्र भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शामिल होंगे. राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और सु शोभा करंदलाजे के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है.