दिल्ली पुलिस और किसानों के मध्य का तनाव आखिरकार अब समाप्त हो गया है. ट्रैक्टर परेड पर आखिरकार किसानों को पुलिस की तरफ से रूट मैप के लिए लिखित मंजूरी मिल गई है. पुलिस ने आंदोलनकारियोंको तीन जगहों पर ट्रैक्टर से परेड निकालने की अनुमति दी है.
प्रशासन अलर्ट
किसी भी हिंसक घटना से निपटने और उसे काबू करने के लिए पुलिस ने अपने दलों को अलर्ट कर दिया है. प्रशासन ने किसानों से अनुरोध किया है कि वो किसी भी तरह की हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा नहीं देंगे और शांति बनाए रखेंगे. परेड के बाद किसानों को लॉ एंड आर्डर व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.
इस बारे में स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने मीडिया को बताया कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक सफल रही, रैली के लिए प्रशासन से औपचारिक अनुमति ले ली गई है और अब परेड की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों का गणतंत्र परेड पूर्ण रूप से शांति के साथ होगा, जिसमें किसी तरह की हिंसा नहीं होगी.
इन शर्तों के साथ मिली अनुमति
परेड के बारे में बात करते हुए दिल्ली पुलिस के सीपी दीपेंद्र पाठक ने बताया कि ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों के साथ बात चल रही थी, जिसके बाद हमने उनकी अपील पर गौर करते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस के समारोह में कोई गड़बड़ी न करने की शर्त पर रैली की इजाजत दे दी है. परेड सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर निकाली जाएगी.
हिंसा की संभावना
दिल्ली पुलिस ने कहा कि हमें कई तरह के इंटेलीजेंस इनपुट मिले हैं कि इस आंदोलन की आड़ में हिंसक घटनाएं हो सकती है, इसके लिए किसानों को भी चेता दिया गया है. किसानों ने भी हमें भरोसा दिलाया है कि ट्रैक्टर रैली को डिस्टर्ब करने वालो को छोड़ा नहीं जाएगा और पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा.