इस लॉकडाउन में भी छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनाने की प्रक्रिया ब्लॉक मुख्यालय पर शुरू हो गई है. बता दें, लेंपस दुर्गूकोंदल व लेंपस कोडेक़ुर्से में प्रकरण केसीसी बनाने का काम अधिकारी कर रहें है. लैंपस प्रबंधक बीवी गोस्वामी का कहना है कि खरीफ फसल के लिए आदिम जाति सहकारी समिति दुर्गूकोंदल व कोड़ेकुर्से में केसीसी के द्वारा किसानों को अल्पकालीन लोन देने की व्यवस्था की गई है.
इस लोन के माध्यम से किसान खरीफ की खेती के लिए यूरिया, पोटाश, सुपर फास्फेट, डीएपी व धान बीज जिस्म 1001, 1010, आई आर 64, सरना व अन्य किस्मों की धान खरीद सकते हैं. किसानों को केसीसी के माध्यम से खरीफ की फसल का लोन देने का काम 15 अप्रैल से शुरू कर दिया गया था लेकिन बीच में इसे कुछ कारणों की वजह से रोक दिया गया लेकिन अब यह पुनः सुचारू रूप से यह काम हो रहा है.
बता दें कि पहले से पंजीकृत किसानों को नगद राशि व खाद बीज दिया जा रहा है. खेती हेतु उपयोग भूमि का रकबा, हेक्टेयर के अनुसार किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है. लोन के संबंध में किसानों को प्रति हेक्टेयर 37 हजार रुपये खाद बीज व नगद दिए जा रहे हैं. लैंपस प्रबंधक गोस्वामी ने क्षेत्र के किसानों से अपील की है कि वे अपना अल्पकालीन ऋण केसीसी के माध्यम से लें और शासन द्वारा दिए जा रहे जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर लोन का लाभ उठाएं.
गोस्वामी ने कहा कि केसीसी योजना के माध्यम से लैम्पस दुर्गूकोंदल के किसानों को अब तक 70 लाख रुपए उपलब्ध कराए जा चुके हैं. जिसके तहत किसान खरीफ फसल के लिए खाद, बीज आदि जरूरी सामान ले रहें है. केसीसी के माध्यम से यह व्यवस्था जून महीने तक चलती रहेगी. वहीं किसान अपना खाद बीज का भंडारण मानसून के पूर्व करने में जुटे हुए है.