Titar Farming: किसानों के लिए है बेहद फायदेमंद तीतर पालन, कम लागत में होगी मोटी कमाई ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 3 February, 2022 2:22 AM IST
खाद की कमी से परेशान किसान , सहकारी समिति पर भी नही खाद उपलब्ध

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में खाद के लिए हाहाकार मचा हुआ है. खाद ना मिलने की वजह से सूबे के अन्नदाता काफी परेशान हैं और हालात यह है कि कई-कई दिनों तक लाइन में लगने के बाद भी किसानों को जरूरत के मुताबिक खाद मुहैया नहीं हो पा रही है. ऐसे में किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गयी हैं.

दरअसल, उत्तर प्रदेश के चंदौली क्षेत्र के आस-पास की जगहों पर इन दिनों अच्छी बारिश होने के बाद खेत में लगी फसलों को खाद की जरूरत पड़ रही है, लेकिन किसानों के पास खाद उपलब्ध नहीं है. खाद के लिए सहकारी समितियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, लेकिन जिले के कई सहकारी समितियों पर खाद उपलब्ध नहीं हो रही है. ऐसे में यूरिया की कमी की वजह से किसानों को फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है.

किसानों का कहना है कि बारिश होने के बाद फसलों को खाद डालने की आवश्यकता होती है, कुछ दिन पहले सहकारी समितियों पर खाद वितरण हुआ था, लेकिन खाद वितरण सीमित मात्रा में हुआ.

इसे पढ़ें - खाद की कमी को लेकर विपक्ष ने उठाया सरकार पर सवाल, कृषि मंत्री ने किया पलटवार

किसानों की मजबूरी का उठा रहे फायदा (Taking Advantage Of The Helplessness Of Farmers)

एक तरफ सरकारी केन्द्रों से किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ निजी खाद के दुकानदार इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं. वे किसानों को मिलावट वाली खाद दे रहे हैं, साथ ही महंगे कीमत के साथ खाद बेच रहे हैं.

ऐसे में गरीब किसानों के सामने यूरिया के लिए सहकारी समितियों का चक्कर काटने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. बता दें कि खाद का उपयोग फसलों के उत्पादन के लिए बहुत  अहम होता है. खाद में कई सारे पोषक तत्त्व होते हैं, जो पौधों को विकास करने के लिए जरुरी खुराक देते हैं.

English Summary: farmers are suffering due to lack of manure, not available even at government centers
Published on: 03 February 2022, 03:58 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now