Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 May, 2020 1:24 PM IST

मध्यप्रदेश में गेहूं खरीदी केंद्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय देखकर प्रदेश के किसान काफी खुश हैं और आसानी से अपनी उपज को बेच रहे हैं. इतना ही नहीं, सरकार के साथ किसान भी अपनी जिम्मेदारी बेहतर तरीके से समझ रहे हैं और खरीदी केंद्रों पर मास्क लगाकर ही जा रहे हैं. होशंगाबाद जिले के बाबई के एक किसान अमित तिवारी को डर था कि कोरोना वायरस जैसी महामारी के बीच वह अपनी उपज को मंडी तक कैसे पहुंचा सकेंगे. ऐसे में सरकार ने कई किसानों के खेत पर ही जाकर तुलाई करवाई और फिर उसे मंडी ले गए. इसके अलावा वहां के जो किसान खरीदी केंद्र पहुंचे और वहां पर कोरोना से बचाव के उपाय देखें तो वह बहुत खुश हुए और खुशी-खुशी अपनी फसल बेचकर आ गए. इससे किसानों को कोई कठनाई नहीं हुई और गेंहू की फसल को समर्थन मूल्य पर बेचकर राहत महसूस की.

उल्लेखनीय है कि सरकार की तरफ से बनाए गए खरीदी केंद्रों पर 15 अप्रैल से 30 मई तक किसानों की फसल खरीदने की सुविधा दी गई है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए फिजिकल डिस्टेंस बनाकर ही गेहूं की तौल की जा रही है. वहीं, सरकार की कोशिश है कि किसानों को गेहूं का भुगतान 7 दिवस के अंदर कर दिया जाए. सीएम शिवराज सिंह ने गेंहू फसल खरीदने के लिए समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है. इसके अलाला इस पर बोनस भी दिया जा रहा है. राज्य के अधिकांश किसानों का मानना है कि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा उपार्जन केंद्र पर किए गए बेहतर प्रबंधन से उन्हें किसी भी प्रकार की कठनाई का सामना नहीं करना पड़ा. मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में 10 मई तक खरीदी केंद्रों पर 11 हजार 500 किसानों से 86 हजार मीट्रिक टन गेंहू की खरीदी की जा चुकी है.

मंडी में किसान इन बातों का रखें ध्यान

- मास्क पहनकर ही घर से निकले. मुंह पर गमछा बांधकर जाए तो और बेहतर होगा.
- उपज बेचने जाते समय कोशिश करें कि अकेले या सिर्फ एक साथी को लेकर ही जाए. ताकि मंडी में अनावश्यक भीड़ ना हो.
- अगर हो सके तो किसान भाई मंडी में उपज तुलवाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह से धो ले.  

English Summary: Farmers are getting 1925 rupees per quintal wheat crop prices in MP
Published on: 13 May 2020, 01:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now