AIF Scheme: किसानों के लिए वरदान है एग्री इंफ्रा फंड स्कीम, सालाना कर सकते हैं 6 लाख रुपये तक की बचत, जानें कैसे करें आवेदन स्टार 33 मक्का: कम निवेश में बंपर उत्पादन की गारंटी इस किस्म के दो किलो आम से ट्रैक्टर खरीद सकते हैं किसान, जानें नाम और विशेषताएं भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 9 March, 2022 11:50 AM IST
Pink Color Lard Problem In Cotton Crop

पंजाब में कपास की फसल में गुलाबी रंग की सुंडी की समस्या (Pink Color Lard Problem In Cotton Crop) ने फसलों को भारी नुकसान पहुँचाया है. जिस वजह से किसानों को कपास की फसल से नुकसान झेलना पड़ रहा है.

इसी कड़ी में कृषि विभाग के वैज्ञानिकों ने किसानों को कपास की फसलों को गुलाबी सुंडी के प्रकोप (Pink Worm Outbreak In Cotton Crops) से बचाने के लिए खास तैयारी की है. जी हाँ, कृषि विभाग की टीम अलग – अलग क्षेत्रों में जाकर गुलाबी सुंडी से बचाव के लिए किसानों को जागरूक कर रही है.

गुलाबी सुंडी से किसानों को जागरुक करने का कार्य (Work To Make Farmers Aware Of Pink Worm)

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल कपास की फसलों में गुलाबी सुंडी के कहर से फसलों को काफी नुकसान हुआ था, इसलिए उस नुकसान से बचाव के लिए कपास फसल की बुवाई के पहले ही हम किसानों को गुलाबी सुंडी के प्रकोप से जागरूक कर रहे हैं, ताकि कपास की फसल को गुलाबी सुंडी से बर्बाद होने से बचाया जा सके. इसके लिए हम अपनी विभाग की टीम को खेतों में भेज कर फसलों का दौरा करवा रहे हैं.

इसे पढ़ें -कपास फसल की दुश्मन बनी सफेद मक्खी, किसान ऐसे करें रोकथाम

इसके साथ ही मनरेगा कारगारों की भी फसलों की निगरानी के लिए दौरे की ड्यूटी लगा रखी हैं. इसके अलावा कपास फसलों की छट्टियों को आग लगा (The Lights Set On Fire) दी, जिससे नरमे की फसल का गुलाबी सूंडी से बचाव हो सके.

किसानों ने की मांग (Farmers Demanded)

वहीँ, राज्य के किसानों का कहना है कि फसलों को आग लगाने से ही नहीं बचाव हो सकेगा.  राज्य सरकार को भी फसलों से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को फसलों का बीमा करवाना चाहिए. इससे किसानों का नुकसान से बचाव हो सकेगा. इसके अलावा किसानों ने कृषि विभाग के से मांग की हम सभी किसान भाईयों को अच्छी किस्म के बीज प्रदान कि जाएं, जिनमें रोग और कीट का प्रकोप कम होता हो.

English Summary: Farmers are being made aware to protect against pink bollworm
Published on: 09 March 2022, 11:54 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now