पंजाब में कपास की फसल में गुलाबी रंग की सुंडी की समस्या (Pink Color Lard Problem In Cotton Crop) ने फसलों को भारी नुकसान पहुँचाया है. जिस वजह से किसानों को कपास की फसल से नुकसान झेलना पड़ रहा है.
इसी कड़ी में कृषि विभाग के वैज्ञानिकों ने किसानों को कपास की फसलों को गुलाबी सुंडी के प्रकोप (Pink Worm Outbreak In Cotton Crops) से बचाने के लिए खास तैयारी की है. जी हाँ, कृषि विभाग की टीम अलग – अलग क्षेत्रों में जाकर गुलाबी सुंडी से बचाव के लिए किसानों को जागरूक कर रही है.
गुलाबी सुंडी से किसानों को जागरुक करने का कार्य (Work To Make Farmers Aware Of Pink Worm)
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल कपास की फसलों में गुलाबी सुंडी के कहर से फसलों को काफी नुकसान हुआ था, इसलिए उस नुकसान से बचाव के लिए कपास फसल की बुवाई के पहले ही हम किसानों को गुलाबी सुंडी के प्रकोप से जागरूक कर रहे हैं, ताकि कपास की फसल को गुलाबी सुंडी से बर्बाद होने से बचाया जा सके. इसके लिए हम अपनी विभाग की टीम को खेतों में भेज कर फसलों का दौरा करवा रहे हैं.
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इसके साथ ही मनरेगा कारगारों की भी फसलों की निगरानी के लिए दौरे की ड्यूटी लगा रखी हैं. इसके अलावा कपास फसलों की छट्टियों को आग लगा (The Lights Set On Fire) दी, जिससे नरमे की फसल का गुलाबी सूंडी से बचाव हो सके.
किसानों ने की मांग (Farmers Demanded)
वहीँ, राज्य के किसानों का कहना है कि फसलों को आग लगाने से ही नहीं बचाव हो सकेगा. राज्य सरकार को भी फसलों से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को फसलों का बीमा करवाना चाहिए. इससे किसानों का नुकसान से बचाव हो सकेगा. इसके अलावा किसानों ने कृषि विभाग के से मांग की हम सभी किसान भाईयों को अच्छी किस्म के बीज प्रदान कि जाएं, जिनमें रोग और कीट का प्रकोप कम होता हो.