किसान भाइयों की आय बढ़ाने के लिए सरकार व कई संस्था हर तरह से उनकी मदद के लिए तैयार रहती हैं. इसी क्रम में अब किसान अपनी फसल की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय बाजार में सरलता से बेच सकते हैं.
जहां पहले किसान अपनी फसल के अच्छे दाम प्राप्त करने के लिए स्थानीय व्यापारियों पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब उन्हें अपनी फसल के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, क्योंकि सरकार अब राष्ट्रीय बाजार (National market) से कृषि उत्पादन मंडी समिति हाथरस को एक साथ ले आई है. जिससे अब किसान व व्यापारियों को सीधे लाभ प्राप्त होगा.
आपको बता दें कि इस तकनीक का सही से लाभ उठाने के लिए किसानों को मंडी प्रशासन की ओर प्रशिक्षण भी दिए जाएगा. जिससे किसानों को अपनी फसल ऑनलाइन बेचने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आएगी. किसानों के फायदे के लिए इस प्लेटफार्म में अब तक 13 राज्यों में 455 मंडियां जुड़ चुकी हैं.
राष्ट्रीय कृषि बाजार देशव्यापी ट्रेडिंग पोर्टल (National Agriculture Market Countrywide Trading Portal)
राष्ट्रीय कृषि बाजार सिर्फ देश के किसानों को भी फायदा नहीं पहुंचा, बल्कि इससे विदेश के व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा. ज्यादातर किसान इसे ई-नाम पोर्टल के नाम से भी जानते हैं. यह पोर्टल पारस्परिक सभी मंडियों को एक साथ ऑनलाइन जोड़ता है. इसकी मदद से किसान व व्यापारी एक ही स्थान या अपने घर से भी फसल का उचित दाम प्राप्त कर सकते हैं.
ई-नाम पोर्टल के फायदे (Advantages of e name portal)
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इसमें किसान अपनी फसल की खुद बोली लगा सकते हैं.
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व्यापारी घर बैठे अपने कारोबार से लाभ प्राप्त कर सकते है.
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एक ही लाइसेंस से सभी बाजारों के लिए मान्यता.
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इसमें आप सरलता और तुरंत भुगतान कर सकते हैं.
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इन सभी सुविधाओं के अलावा इसमें किसानों को फसल की गुणवत्ता और अन्य कई जानकारी भी प्राप्त होगी.
ई-नाम पोर्टल में ऐसे होए शामिल (Be included in the e-name portal like this)
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अगर आप भी इस पोर्टल से जुड़ना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले इस पोर्टल में अपने राज्य की मंडी काचुनाव करना होगा और फिर उसे राज्य कृषि विपणन संघ तक पहुंचना होगा.
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इसके बाद आप वह सिंगल ट्रेडिंग या एकीकृत लाइसेंस के लिए आवेदन करें.
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अगर आप किसान हैं, तो आपको अपनी फसल इस पोर्टल पर बेचने के लिए पंजीयन कराना होगा.
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जहां आपसे अपनी सभी जरूरी जानकारी पूछी जाएगी.
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इसके बाद आपके पास वन टाइम पासवर्ड आएगा. इस पासवर्ड की मदद से आप इस पोर्टल में प्रवेश कर पाएंगे.
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फिर आपको पोर्टल पर अपनी फसलों के फोटो को अपलोड करना होगा.
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इसके बाद व्यापारी फसल की बोली लगाते हैं. किसानों की मंजूरी के बाद ही फसल को बेचा जाएगा.