Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 February, 2021 12:49 PM IST
Farmer Ruined His Wheat Crop

देश के अलग-अलग हिस्सों में विगत कई माह से नए कृषि कानून को लेकर से किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है. अब इसी क्रम में किसान नेता राकेश टिकैत ने पिछले दिनों कहा था कि यदि हमारी फसलें बर्बाद हो जाती हैं, तब भी हम आंदोलन को जारी रखेंगे.

गौरतलब है कि राकेश टिकैत के इस बयान के बाद अब बिजनौर के एक किसान ने अपनी फसल को ही बर्बाद कर दिया है. केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के उद्देश्य से किसान ने 6 बीघे में खड़ी अपनी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया. दरअसल, एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बिजनौर की चांदपुर तहसील के कुलचाना गांव के सोहित अहलावत अपनी फसल पर ट्रैक्टर चलाते नजर आ रहे हैं.

बता दें, कि फसल बर्बाद करने के वीडियो पर अब किसान नेता राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया सामने आई है. दरअसल, राकेश टिकैत ने यूपी गेट पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा था, 'सरकार हमें ऐसी स्थिति में ले आई है, जहां किसानों को अपनी फसल बर्बाद करनी पड़ रही है. यह अच्छी स्थिति नहीं है. इस वीडियो को देखकर मुझे निजी तौर पर बहुत दुख हुआ है. लेकिन एक सीजन की फसल को बर्बाद करने की जो मेरी बात थी, उसका यह मतलब नहीं था. इस तरह नुकसान करने का मतलब नहीं बनता है.'

वहीं मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, फसल बर्बाद करने वाले किसान सोहित अहलावत ने कहा  है कि  इन गैरजरूरी कानूनों को जब लागू कर दिया जाएगा तो किसानों को उनकी फसल की कीमत की कोई गारंटी नहीं मिलेगी. 

दरअसल सोहित अहलवात ने कहा कि नए कृषि कानूनों को लागू होने के बाद किसानों को उनकी फसल की पेमेंट की गारंटी और सुरक्षा नहीं मिलेगी. ऐसे में जब हमारा उत्पीड़न ही किया जाना है तो फिर फसलों को क्यों उगाएं.

English Summary: Farmer ruined his wheat crop standing in 6 bigha
Published on: 22 February 2021, 12:54 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now