एक बार फिर से दिल्ली में किसानों का भव्य विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल सकता है. दरअसल, भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में 19 दिसंबर को देशभर के किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान गर्जना रैली का आयोजन करने जा रहे हैं. संगठन की ओर से इसमें देशभर के 550 जिलों से दो लाख से अधिक किसानों के शामिल होने की संभावना जताई गई है. ऐसे में चलिए जानते हैं भारतीय किसान संघ की प्रमुख मांगे क्या हैं-
जानें, भारतीय किसान संघ की प्रमुख मांगे
लागत आधारित फसलों के लाभकारी मूल्य दिए जाएं
कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म किया जाएं
पीएम किसान योजना से मिलने वाली रकम में बढ़ोतरी की जाएं
जीएम फसलों पर रोक लगाया जाएं
हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचने की मांग
जानें, भारतीय किसान संघ के नेताओं ने क्या कहा
जयपुर में भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष दलाराम बटेसर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि फसलों की बढ़ती उत्पादन लागत व लागत से नीचे फसल बिकने से किसानों पर बढ़ते कर्ज चिंता का विषय है. इसके समाधान के लिए किसान गर्जना रैली की घोषणा की गई है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य दिलाने को लेकर लगातार प्रयासरत रही है.
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राजस्थान के भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री जगदीश कलमंडा ने इस विषय में बात करते हुए बताया कि देशभर के किसान फसलों के लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर 19 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटेंगे.
जयपुर प्रांत महामंत्री सांवरमल सोलेट ने बताया कि किसान गर्जना रैली के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य के बजाय फसलों के लागत आधारित लाभकारी मूल्य की मांग कर रहा है.
भारतीय किसान संघ की ओर से दिल्ली में आयोजित होने वाली किसान गर्जना रैली में जोधपुर प्रांत से 15 हजार किसान भाग लेंगे. प्रांत से रेल, बसों और निजी वाहनों से किसान दिल्ली पहुंचेंगे.
जोधपुर प्रांत संगठन मंत्री हेमराज ने बताया कि 19 नवंबर को होने वाली गर्जना रैली में जोधपुर प्रांत से 15 हजार किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
19 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले किसान गर्जना रैली में छत्तीसगढ़ के करीब 2 हजार किसान शामिल होंगे. इस बात की जानकारी मीडिया से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्रवंशी ने दी है.